उत्तरी मेक्सिको के स्यूदाद जुआरेज में एक प्रवासी डिटेंशन सेंटर में आग लगने से मरने वालों की संख्या 39 हो चुकी है। राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने इसकी पुष्टि कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लोपेज ओब्रेडोर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बोला है कि, "जब प्रवासियों को ऐसा लगा कि उन्हें निर्वासित किया जा रहा है तो उन्होंने ऐसा विरोध के तौर पर किया जा रहा था।"
उन्होंने इस बारें में बोला है कि, "उन्होंने आश्रय के दरवाजे पर गद्दे रख दिए और विरोध के तौर पर उनमें आग लगा दी और उन्होंने यह नहीं सोचा कि यह इस भयानक त्रासदी का कारण बन रहा है।" आग उत्तरी राज्य चिहुआहुआ के स्यूदाद जुआरेज में एक अस्थायी प्रवासी केंद्र में सोमवार रात लगी, जो संयुक्त राज्य अमेरिका की सीमा से से ही लगा हुआ है।
राष्ट्रपति ने विस्तृत रूप से बताया कि प्रवासी अधिकतर मध्य अमेरिका और वेनेजुएला से थे, हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। आव्रजन अधिकारियों की एक रिपोर्ट के अनुसार, 68 लोगों को सेंटर में रखा गया था और 29 'नाजुक, गंभीर' स्थिति में हैं। बता दें कि लोपेज ओब्रेडोर ने यह भी कहा कि अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने संबंधित कार्रवाई शुरू कर दी है।
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