भुवनेश्वर: ओडिशा में दो रूसी नागरिकों की मौत के मामले पर सियासत गरमाने लगी है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने दोनों रूसी नागरिकों के अंतिम संस्कार को लेकर बयान दिया था, जिस पर भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने करारा पलटवार किया है। रूसी दूत डेनिस अलीपोव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘हम ओडिशा में दो रूसी नागरिकों की मौत में भारतीय अधिकारियों की तरफ से जांच के प्रयासों की सराहना करते हैं। इस बीच, कुछ हरक्यूल पोयरोट प्रेमियों के लिए यह सीखना लाभकारी होगा कि रूस में दाह संस्कार उतना ही प्रथागत है, जितना कि दफनाना। आलस्य सभी बुराई की जड़ है।'
बता दें कि, अलीपोव की प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता मनीष तिवारी के ट्वीट के बाद आई, जिसमे उन्होंने कहा था कि, 'दो ईसाइयों को दफनाया नहीं गया! क्यों? हरक्यूल पोयरोट का कहना है कि जले हुए शरीर कोई कहानी नहीं बताते हैं।' बता दें कि, रूसी नागरिक पावेल एंटोव की 24 दिसंबर को एक होटल की तीसरी मंजिल से कथित तौर पर गिरने से मौत हो गई थी। इससे पहले व्लादिमीर बिडेनोव की मौत की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर जानकारी देते हुए ओडिशा पुलिस ने बताया था कि उनकी मौत हार्ट अटैक आने से हुई।
ओडिशा पुलिस ने कहा कि पिछले हफ्ते एक होटल में मारे गए दो रूसी नागरिकों के अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों के सदस्यों से अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) और पावर ऑफ अटॉर्नी मिल गई थी। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक (SP) ने कोलकाता में वाणिज्य दूतावास के जरिए दोनों मृतकों के परिवार के सदस्यों से NOC प्राप्त की। पिछले दिन केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (IB) के अधिकारियों ने ओडिशा के रायगढ़ में उस होटल का निरीक्षण किया, जहां हाल में रूस के दो नागरिकों की जान चली गई थी। IB के अधिकारियों ने होटल के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया, कर्मचारियों से बात की और CCTV फुटेज की जांच की।
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