वाशिंगटन: एक तरफ भारत में जहां 10 शहरों में मेट्रो ट्रेन की सुविधा लोगों को मिल रही है वहीं पाकिस्तान ने अपने देश में पहली मेट्रो ट्रेन का ट्रायल किया जो विवादों में रहा. मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन लाहौर शहर में मंगलवार को शुरू हुआ. वहीं एक रिपोर्ट में इस बात का पता चला है कि ऑरेंज लाइन मेट्रो का बहुप्रतीक्षित ट्रायल रन बीते मंगलवार को लाहौर के डेरा गुजरां से अली टाउन के बीच किया गया. इस मौके पर इलेक्ट्रिक ट्रेन में पंजाब के परिवहन मंत्री व कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
हम आपको बता दें कि मेट्रो रूट के सभी 26 स्टेशनों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. सुरक्षा के लिए दो हजार पुलिसवालों को रूट पर तैनात किया गया था. ट्रायल रन तीन महीने तक चलेगा. उम्मीद की जा रही है कि तीन महीने बाद इसकी सेवा को आम जनता के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा. लाहौर की ऑरेंज लाइन मेट्रो परियोजना की शुरुआत तत्कालीन मुस्लिम लीग-नवाज सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई और यह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे से जुड़ी परियोजनाओं में से एक है. चीनी विशेषज्ञों की इसके निर्माण में मुख्य भूमिका रही है. इस पर 264 अरब पाकिस्तानी रुपये की लागत आई है.
मेट्रो के ट्रायल रन की शुरुआत पर राजनीति भी हावी रही. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सदस्यों ने एक दिन पहले ही, सोमवार को इस ट्रायल रन का अपने तौर से उद्घाटन करने के लिए एक समारोह आयोजित किया जिसमें जमकर ढोल बजाए गए और परंपरागत पंजाबी नृत्य हुए. पार्टी ने कहा कि यह मेट्रो उसके नेता नवाज शरीफ का जनता के लिए तोहफा है. वह सत्ता में न रहकर भी जनता को तोहफे दे रहे हैं. ट्रायल रन के उद्घाटन पर राजनीति का दखल इस हद तक रहा कि कहा जा रहा है कि इस अवसर पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को आमंत्रित किया गया था लेकिन उन्होंने 'व्यस्तताओं के कारण' आने में असमर्थता जताई.
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