नई दिल्ली: मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अपने अनुयायियों से अपील की है कि वे घर पर जुमे की नमाज अदा करें और कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए मस्जिदों में जाने से बचें। खबरों की माने तो केवल दस नमाजियों ने ऐतिहासिक दिल्ली की जामा मस्जिद में नमाज़ पढ़ी। कोरोना संकट के चलते दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने घोषणा की है कि जुमे की नमाज अदा नहीं की जाएगी।
वहीं फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मुकर्रम अहमद ने भी लोगों से कहा है कि यह सरकार की तरफ से जो भी दिशा-निर्देश दिये जा रहे हैं उनका पालन किया जाए, यही समय का तकाजा है। वहीं, लखनऊ के दारुल उलूम नदवा ने भी मोमिनों से घर पर ही नमाज अदा करने के लिए कहा है। जमीअत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरखद मदनी ने भी मुसलमानों से आग्रह किया है कि जुमे में जमात की जगह घर पर ही नमाज पढ़े।
आपको बता दें कि प्रत्येक शुक्रवार को जामा मस्जिद में नमाज़ अदा करने के लिए कम से कम 10,000 मुस्लिम लोगों की भीड़ जमा होती है। हालाँकि, आज तादाद उंगलियों पर गिनी जा सकती है। मस्जिद के कर्मचारियों समेतत दस लोगों ने जुमा नमाज़ की पेशकश की जिससे अन्य मस्जिदों और समुदाय के लिए एक मिसाल कायम हुई।
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