'पहली बार तिरंगा तले वोट डालेंगे जम्मू कश्मीर के लोग..', घाटी में गरजे अमित शाह

'पहली बार तिरंगा तले वोट डालेंगे जम्मू कश्मीर के लोग..', घाटी में गरजे अमित शाह
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श्रीनगर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी दावा करते हैं कि वे जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देंगे, लेकिन क्या उनके पास ऐसा करने की शक्ति है? शाह ने बताया कि उन्होंने पहले ही संसद में स्पष्ट कर दिया था कि चुनावों के बाद उचित समय पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिया जाएगा।

अमित शाह ने जम्मू में एक जनसभा के दौरान कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के लोग वोट डालने जा रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वे सुनिश्चित करें कि विपक्षी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाए। उन्होंने इस चुनाव को ऐतिहासिक करार दिया, क्योंकि पहली बार जम्मू-कश्मीर के लोग एक ही राष्ट्रीय झंडे के तले वोट डालेंगे और यहां अब अलग प्रधानमंत्री नहीं होगा। 370 हटने से पहले तक जम्मू कश्मीर का अलग संविधान और अलग झंडा हुआ करता था, वहां के मुख्यमंत्री को भी प्रधानमंत्री जैसा दर्जा प्राप्त था, केंद्र सरकार के कई कानून वहां लागू ही नहीं होते थे। एक तरह से कहा जाए, तो जम्मू कश्मीर एक अलग देश की तरह था, जो अन्य भारतीयों को वहां आने जाने की अनुमति तो देता था, लेकिन बसने की नहीं। अब पहली बार जम्मू कश्मीर में तिरंगे के साए में वोट डाले जाएंगे। 

शाह ने आगे कहा कि लोग मतदान के दिन सुबह 11:30 बजे से पहले अपने वोट डाल लें। उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस द्वारा घोषणापत्र में किए गए वादे याद दिलाते हुए कहा कि वे पत्थरबाजों को रिहा करना चाहते हैं और राजौरी व पुंछ में आतंकवाद को पनपने देना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने उपद्रवियों को जेल में डाला है और पाकिस्तान के साथ बातचीत तब तक नहीं होगी जब तक जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित नहीं होती।

उन्होंने यह भी बताया कि विपक्ष शंकराचार्य हिल का नाम बदलकर तख्त-ए-सुलेमान रखना चाहता है, और सवाल किया कि क्या लोग इसे होने देंगे। शाह ने तीन प्रमुख राजनीतिक परिवारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर को लूटा है और जम्मू को उसके अधिकारों से वंचित किया है। उन्होंने कहा कि अब कोई ताकत जम्मू-कश्मीर में स्वायत्तता की मांग नहीं कर सकेगी।

राहुल गांधी का बयान:

राहुल गांधी ने 4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में कहा था कि राज्य का दर्जा छीना गया है, लेकिन कांग्रेस इसे वापस दिलाएगी। उन्होंने कहा कि 1947 के बाद पहली बार एक राज्य से उसके अधिकार छीने गए हैं, और यह सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि राज्य का दर्जा बहाल हो। राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि चाहे वे कुछ भी कहें, हम जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनका राज्य का दर्जा वापस देंगे।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सिर्फ राज्य ही नहीं, बल्कि लोगों के अधिकार और उनका धन भी छीना जा रहा है। राहुल गांधी ने एलजी (लेफ्टिनेंट गवर्नर) की तुलना 21वीं सदी के राजा से की, और कहा कि यहां के लोगों को रोजगार और अन्य सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है, जबकि बाहरी लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।

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