नई दिल्ली: मोदी सरकार 2.0 का पहला बजट 5 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाएगा। 4 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण जारी होगा। यह पहली दफा होगा जब सीतारमण बजट पेश करेंगी। मोदी सरकार के दूसरी बार सत्ता में लौटने के बाद लोगों की उम्मीदें भी उनसे काफी अधिक हैं। इस वर्ष के शुरुआत में पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था। बजट के दौरान गोयल ने इस बात की तरफ संकेत किया था कि जब पूर्ण बजट पेश होगा उसमें कर दाता को कुछ और टैक्स बेनिफिट मिल सकता है। ऐसे में हम इस आपको बजट से सम्बंधित पांच रोचक बातें बता रहे हैं।
स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट 26 नवंबर 1947 को पूर्व वित्त मंत्री आरके शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था। तीन वर्ष बाद जॉन मथाई ने 29 फरवरी 1950 को भारतीय गणराज्य का प्रथम बजट पेश किया।
पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने 10 दफा (सबसे अधिक) बजट पेश किया है, उसके बाद पी चिदंबरम जिन्होंने 9 बार बजट पेश किया है, फिर नंबर आता है प्रणब मुखर्जी का जिन्होंने 8 मर्तबा आम बजट पेश किया है।
अब तक मात्र एक महिला वित्त मंत्री इंदिरा गांधी ने देश का आम बजट पेश किया है। उन्होंने मोरारजी देसाई के इस्तीफे के बाद वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार संभाला था। हालांकि, निर्मला सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद केंद्रीय बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री बनेंगी।
1973-74 में उच्च घाटे की वजह से बजट को 'ब्लैक बजट' नाम दिया गया था। इसे उस समय के वित्त मंत्री यशवंतराव बी चव्हाण ने पेश किया था। उस वक़्त कुल घाटा 550 करोड़ रुपये था।
1997 में व्यक्तिगत आयकर और कॉर्पोरेट कर को कम करने के लिए कई परिवर्तन किए गए और बजट को 'ड्रीम बजट' का नाम दिया गया। लोगों ने इस बजट का स्वागत किया।
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