शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित आईजीएमसी में लंबे उपचार के पश्चात् कंडाघाट की एक युवती की दर्दनाक मृत्यु हो गई. बताया जा रहा है कि युवती ने लगभग 3 मिनट पहले से हाथों को सैनिटाइज किया, जिसके पश्चात् वह चूल्हा जलाने लगी. इसी के चलते सैनिटाइजर में उपस्थित अल्कोहल ने आग पकड़ ली, तथा युवती उसमें झुलस गई. मृतका की पहचान दया पुत्री स्वर्गीय हीरानंद रहवासी गांव मेहली तहसील तथा डाकघर कंडाघाट जिला सोलन के तौर पर हुई है. चीफ आरक्षी उमेश पाल ने बताया कि मृतका ने पिछले 24 अप्रैल को घर पर आग जलाने से पूर्व अपने हाथों को सैनिटाइज किया था.
वही जैसे ही इसने चूल्हे में आग जलाने का प्रयास किया, तो आग इसके कपड़ों में लग गई. जिसे उपचार के लिए सीएचसी कंडाघाट लाया गया. जहां से उसे सोलन रेफर किया गया था, और सोलन से इसे आगामी उपचार के लिए उसी दिन आईजीएसी शिमला रेफर किया गया. परन्तु सोमवार देर रात्रि उपचार के चलते युवती की मृत्यु हो गई. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के पश्चात् शव परिजनों को सौंप दिया है. इस घटना से परिवार में मातम छा गया है.
वही दूसरी तरफ राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. मंगलवार सुबह चंबा जिले में एक साथ 14 नए कोरोना मरीज आए हैं. सभी धड़ोग मोहल्ला के निवासी हैं और पहले पाॅजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं. संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि सरकार के दिशा-निर्देश संबंधी मानदंड पूरा करने वाले 60 वर्ष से कम आयु वाले संक्रमितों को होम आईसोलेशन का भी विकल्प दिया जाएगा. होम आईसोलेशन के लिए अलग कमरा, वाॅशरूम जरूरी है. जिले में सक्रिय मामलों की संख्या 143 हो गई है.
मानव जीवन को बदल सकती है श्रीमद भगवद्गीता, जानिए इसका महत्व ?
सुप्रीम कोर्ट का तगड़ा फैसला, पिता की दौलत में बेटी को देना होगा आधा हिस्सा
कब्रिस्तान में कोरोना मरीजों को नहीं मिली दो गज जमीन