फ्लैक्स सीड्स सेहत का खजाना है इसका उपयोग सीड साइकिलिंग में भी किया जाता है इसके लाभों के कारण ये कई बीमारियों में वरदान साबित हुआ है। फ्लैक्स सीड्स में हेल्दी फैट, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर का एक रिच सोर्स है। इसके बीज में प्रोटीन, लिग्नन्स और आवश्यक फैटी एसिड जैसे, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड होता है, जो ओमेगा -3 के रूप में भी जाना जाता है। फ्लेक्स सीड के पोषक तत्व मधुमेह, कैंसर और हृदय रोग जैसे कई गंभीर रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। ये सबसे पुरानी फाइबर फसलों में से एक है। प्राचीन मिस्र और चीन में इसकी खेती की जाती थी। एशिया में इसका प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने दवा के रूप में किया है। फ्लैक्स सीड्स मार्केट में सीड, तेल, पाउडर, टैबलेट, कैप्सूल और आटे के रूप में भी आसानी से मिल जाती है।
सेहत को जीवनदान देने के बारे में बात करे तो फ्लेक्स सीड का सेवन करने से शरीर में पोषक तत्व अच्छे से एब्जॉर्ब होने लगते हैं। फ्लेक्स सीड खाने के फायदे हैं तो नुकसान भी कम नहीं। अधिक खाने के भी नुकसान हैं और कुछ समस्याओं में फ्लेक्स सीड खाना मर्ज को बढ़ा सकता है। इसलिए जब भी आप फ्लैक्ससीड्स खाएं। इसके खाने के तरीके को जरूर जान लें।
फ्लेक्स सीड फाइबर रिच है। इसमें हाई लेवल का म्यूसीजियम गम पाया जाता जो एक जेल के रूप में फाइबर बनाता है। ये पानी में आसानी से घुल जाता है। यही कारण है कि ये आंतों के लिए बहुत अच्छा होता है। म्यूसीज पेट में खाने को छोटी आंत से बहुत जल्दी से खाली करने से बचाता है, जिससे खाने के सारे पोषक तत्व शरीर आसानी से सोख लेता है। साथ ही ये शरीर को डिटॉक्स करने में भी बेहतर काम करता है। फ्लैक्स सीड्स में हेल्दी फैट होते हैं और ये फाइबर से भी भरा होता है। ऐसे में जब इसे खाया जाता है तो पेट लंबे समय तक भराह महसूस होता है। इससे कैलोरी का इंटेक कम होता है वेट लॉस होने लगता है। इसके आलवा इसमें पाई जाने वाली एएलए फैट भी शरीर के सूजन को कम करने में हेल्प करता है।
फ्लैक्स सीड्स में पाया जाने वाला फाइबर पानी में घुल जाता है इससे फैट और कोलेस्ट्रॉल शरीर में अवशोषित नहीं होने पाते। घुलनशील फाइबर पित्ताशय की थैली में कोलेस्ट्रॉल को बनने से रोक देता है। पित्त को फिर पाचन तंत्र के माध्यम से उत्सर्जित किया जाता है, जिससे शरीर को और पित्त बनाना पड़ता। इससे रक्त में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल का प्रयोग होता है और कुल कोलेस्ट्रॉल कम होता है। फ्लैक्ससीड्स में एंटीऑक्सीडेंट बहुत होते हैं और ये कैंसर के जोखिम से बचाने में मददगार होते हैं। फ्लेक्स सीड ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और पेट के कैंसर को रोकने में बहुत कारगर है। इसमें मौजूद लिग्नांस में एंटीजेन प्रॉपटीज होते हैं जो ट्यूमर द्वारा नए रक्त कोशिकाओं के निर्माण को रोकते हैं।
अगर रखना है अपनी सेहत का ध्यान, तो ऐसा रखें अपना खानपान
एक साल के बच्चों के लिए सैंपल डाइट चार्ट, इस तरह रखें अपने लाडलों का ध्यान
प्रेगनेंसी के दौरान अपनाएं ये डाइट प्लान, सेहतमंद रहेंगे माँ और नवजात