नई दिल्ली : पूरे देश में मानसून ने एक साथ जलवा दिखाना शुरु कर दिया है। लेकिन देश के कई राज्य ऐसे है, जहां बीते तीन-चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और असम में बारिश कुछ इस तरह पड़ रही है कि अब बाढ़ जैसे हालात बन चुके है।
सोमवार की रात को एमपी के इंदौर जिले में दो किमी के दायरे में ऐसी बारिश हुई कि रातों-रात बाढ़ आ गए। लोगों के घरों में छाती तक पानी भर गया। इस इलाके में मात्र दो घंटे में 5 इंच बारिश हुई। तेज बारिश औऱ बाढ़ में अब तक 26 लोगों की जानें जा चुकी है। मौसम विभाग ने एमपी के कई हिस्सों में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है।
बाढ़ के कारण असम के 6 जिले बुरी तरह से प्रभावित है। जोरहाट जिले में ही बारिश से 50 हजार लोग प्रभावित हो रहे है। ब्रह्मपुत्र नदीं में आी बाढ़ के कारण पोबितोरा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के 60 प्रतिशत हिस्से में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे सेंचुरी के जानवरों को खतरे की आशंका है। इंदौर के मूसाखेड़ी में रविवार की रात 2 से 4 बजे तक जमकर पानी बरसा।
जब कि अन्य इलाकों में बारिश सामान्य थी। सोमवार की रात भोपाल में पूरी रात बारिश होती रही। एमपी के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश जारी रहने से नर्मदा, ताप्ती, कालीसिंध, बेतवा, पार्वती, तवा, माचना, देनवा, पलकमती समेत कई नदियों में उफान जारी है। इसके चलते कई रास्तें और हाईवे बंद हैं। महाराष्ट्र के अमरावती और गुजरात के डांग जिले में भी बाढ़ से हालात खराब है।
राजस्थान के कोटा में एक टीचर के स्कूल से वापस आने के दौरान नदी में फंसने से मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने शाम तक टीचर को ढूंढा लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। राजस्थान में हो रही तेज बारिश के बाद चंबल में कोटा बैराज से रविवार शाम 5 हजार क्यूसेक व 7500 क्यूसिक पानी छोड़ा गया, जिसका असर मंगलवार सुबह 6 बजे तक चंबल में आएगा।