काठमांडू: जोरदार बारिश और बाढ़ से भारत के पड़ोसी मुल्क भी परेशान हैं. आपदाओं के लिहाज से बेहद संवेदनशील माने जाने वाले नेपाल और बांग्लादेश में बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 65 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं. दोनों मुल्कों में लाखों लोग अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेने को विवश हैं.
नेपाल सरकार की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की तादाद 55 पहुंच गई है और 33 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जबकि दर्जनों लोग अब भी लापता हैं. वहीं राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है. नेपाल के गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 10 हजार लोग विस्थापित हुए हैं, जिन्हें राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है. देश के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मकान ध्वस्त हो गए हैं. सड़कें अवरूद्ध हैं और कई पुलों को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं बांग्लादेश में बाढ़ से 200 गांव प्रभावित हुए हैं और 15 लाख से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं.
चिटगांग जिले में 10 लोगों के मरने की खबर सामने आई है. अधिकारियों के मुताबिक कुछ इलाकों में कम बारिश हुई है, किन्तु नदियां अभी भी रौद्र रूप धारण किए हुए हैं. आपको बता दें कि भारी बारिश की वजह से भारत के भी कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. असम और बिहार में आधा दर्जन से ज्यादा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं.
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