नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आज वर्ष के अंतिम दिन GST काउंसिल की बड़ी बैठक होने वाली है. पहले यह बैठक जनवरी में प्रस्तावित थी. लोगों को इस बैठक से राहत मिलने की उम्मीदें हैं. GST काउंसिल की पिछली बैठक में एक हजार से कम के रेडीमेड कपड़े और जूते पर टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया गया था. वहीं, इस बैठक में टेक्सटाइल इंडस्ट्री को यह फैसला वापस लिए जाने की उम्मीद है.
इसके साथ ही उद्योग जगत और व्यापार संगठन स्लैब (GST Slab) की तादाद चार से घटाकर तीन किए जाने की आस में हैं. बैठक से ठीक पहले विपक्षी पार्टियों ने भी केंद्र सरकार से GST दरें बढ़ाने के पिछली बैठक के फैसले को वापस लेने की मांग की है. पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कपड़े और जूतों पर टैक्स को 5 फीसदी से बढ़ाते हुए 12 फीसदी करने के निर्णय को वापस लेने की मांग की है. तेलंगाना के उद्योग मंत्री केटी रामाराव ने भी इस फैसले पर सरकार से पुनर्विचार करने की अपील की है. बता दें कि देशभर में एक हजार से कम के कपड़े और जूते सहित सिलाई के कुछ धागों को पांच फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने के फैसले का विरोध किया गया है.
एक दिन पहले 30 दिसंबर को दिल्ली और सूरत सहित तक़रीबन प्रत्येक शहरों में कपड़ा व्यापारियों ने हड़ताल की है. कपड़ों और जूतों पर टैक्स बढ़ाने से कारोबारियों में बहुत नाराजगी है. CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि उन्हें बढ़ाए गए टैक्स को वापस लिए जाने की उम्मीद है. दिल्ली व्यापार संघ के देवराज बाजवा ने कहा कि यह बैठक वक़्त से पहले हो रही है. इस कारण टैक्स बढ़ाने के फैसले को वापस लिए जाने की उम्मीद और भी बढ़ गई है. यदि ऐसा होता है तो यह आम जनता के लिए बड़ी राहत होगी.
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