वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि उद्योग रिकवरी मोड में है और कोविड संक्रमण और स्थानीय लॉकडाउन की ताजा लहर के बावजूद विनिवेश सहित काफी बजट प्रस्ताव जारी हैं। उसने कहा कि केंद्र चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सुधारों पर अधिक खर्च करने के लिए अधिक उधारी देने को तैयार है। सरकार ने अप्रैल, सितंबर में दिनांकित प्रतिभूतियों के माध्यम से 2021-22 (अप्रैल-मार्च) या बाजार से 7.24 ट्रिलियन रुपये के लिए कुल सकल उधार का 60 प्रतिशत उधार लेने का फैसला किया।
उसने विश्वास दिलाया कि सरकार राज्यों को उनके वार्षिक उधार कार्यक्रमों में भी सहयोग करेगी, ताकि वे पूंजी पैदा करने में अपना खर्च वहन कर सकें। 2021- 22 में राज्यों द्वारा उधार लेने पर संबंधित राज्यों के सकल घरेलू उत्पाद के 4 प्रतिशत पर कैप किया गया है, जो 8.47 ट्रिलियन रुपये है। इसमें से 0.5 प्रतिशत राज्यों की जीडीपी या 1.06 ट्रिलियन रुपये केवल उन राज्यों को दिए गए हैं, जो पूंजीगत व्यय की एक निश्चित सीमा को पूरा करते हैं। कुल मिलाकर, 0.5 प्रतिशत की सीमा का लाभ उठाने के लिए राज्यों को पूंजीगत व्यय पर 5.79 ट्राली रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
सीतारमण ने दोहराया कि सरकार का वर्तमान ध्यान टीकाकरण की गति को बढ़ाने पर था, जिसमें बुधवार तक कुल 132.3 मिलियन कोविड-19 टीकाकरण किया गया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति का आश्वासन दिया है, साथ ही रेमेडिसिर के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
हॉस्पिटल के बाहर ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, बेड की उपलब्धता के डिस्प्ले पर दर्ज की गई याचिका
मुफ्त ऑक्सीजन आपूर्ति की वेदांता की अपील को सुप्रीम कोर्ट ने दी मंजूरी
सरकार ने दी कर्मचारियों को अहम् सलाह, कहा- "जल्द से जल्द लगवा लें कोरोना वैक्सीन...."