मिर्गी एक बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है. मिर्गी की बीमारी होने पर रोगी को अचानक दौरे पड़ने लगते हैं. यह तंत्रिका तंत्र से जुड़ी एक बीमारी है. इसमें रोगी अपना दिमागी संतुलन खो देता है और उसके हाथ पैरों में अकड़न होने लगती है. शरीर कांपने लगता है और शरीर ऐंठने लगता है. इस बीमारी का कोई परमानेंट इलाज नहीं होता है. आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल करने से आप इस बीमारी से आराम पा सकते हैं.
1- मिर्गी का दौरा पड़ने पर तुलसी का रस और सेंधा नमक मिलाकर रोगी की नाक में डालें. तुलसी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो मस्तिष्क में फ्री रेडिकल्स को ठीक रखने में सहायक होते हैं. अगर आपके पास तुलसी का पौधा नहीं है तो सीताफल के पत्ते का रस भी नाक में डाल सकते हैं.
2- मिर्गी के रोगी को करौंदे के पत्ते की चटनी बनाकर खिलाएं. रोजाना इसके पत्ते की चटनी खाने से मिर्गी के दौरे नहीं पड़ते हैं.
3- शहतूत और अंगूर का रस मिर्गी के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. रोजाना सुबह खाली पेट में शहतूत और अंगूर का रस पीने से मिर्गी के दौरे पड़ना बंद हो जाते हैं.
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