अगर आपकी जन्म कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति शुभ नहीं होती, उन्हें अपने जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कुछ साधारण उपाय कर इस दोष के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है.
ये उपाय यदि किसी शुभ दिन किए जाएं तो इनके बहुत ही जल्दी शुभ फल प्राप्त होते हैं.
1-बृहस्पति ग्रह से प्रभावित व्यक्ति को हल्दी, शक्कर, नमक, शहद, सफेद सरसों, गूलर, मुलैठी व पीले फूल पानी में डालकर (बहुत कम मात्रा में) नहाना चाहिए. यह उपाय गुरु योग से शुरू कर प्रतिदिन करना चाहिए.
2-जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह अशुभ स्थान पर स्थित हो, उसे इस दोष के निवारण के लिए गुरु योग में ब्राह्मण को कांसा, शक्कर, हल्दी, सफेद सरसों, पीले कपड़े, घी, चने की दाल, पीले फूल, फल, सोना, बृहस्पति यंत्र सहित पुखराज रत्न दान करना चाहिए.
3-गुरु को सोने या चांदी के पतरे पर बृहस्पति यंत्र बनवाकर उसे पूजन स्थान पर रखना चाहिए तथा रोज उस यंत्र की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.
4-गुरु पर बृहस्पति यंत्र को अष्टगंध से भोजपत्र पर लिखकर, उसकी पूजा करने के बाद गले या दाहिनी भुजा पर धारण करना चाहिए. चांदी की अंगूठी पर बृहस्पति यंत्र बनवाकर उसे तर्जनी (अंगूठे के पास वाली) उंगली में पहनने से भी गुरु ग्रह से संबंधित दोषों का निवारण होता है.
शुक्र दोष खत्म करने के लिए करे माँ लक्ष्मी की पूजा