नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने घोषणा की है कि दिल्ली की पहचान अब फूड हब के तौर पर होगी। दिल्ली में स्थित चांदनी चौक एवं मजून का टीला को प्रथम चरण में फूड हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह व्यापार एवं अर्थव्यवस्था को लेकर भी अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली फूट कैपिटल ऑफ इंडिया माना जाता है। दिल्ली के लोगों को खाने एवं खिलाने का बहुत शौक है। दिल्ली में प्रत्येक किस्म का खाना मिलता है। दक्षिण भारतीय, मराठी, बंगाली, गुजराती, किसी भी प्रकार का खाना हो दिल्ली में मिल जाता है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि वैसे तो दिल्ली को फूड कैपिटल ऑफ इंडिया बोला जाता है मगर, अब इस कॉन्सेप्ट को ठीक से और आगे ले जाने की योजना बनाई है। दिल्ली के जितने फूड हब्स हैं उनको विकसित किया जाएगा। कहीं ऐसा है जहां तिब्बती खाना अच्छा मिलता है तो कहीं चाइनीज खाना अच्छा मिलता है, इसके अतिरिक्त कई जगहें ऐसी हैं जहां हर प्रकार का खाना मिलता है। इन फूड हब्स को विकसित करने की हमारी योजना है।
उन्होंने कहा कि पहले तो इन फूड हब्स का इन्फ्रास्ट्रक्चर यानी बिजली, सड़क एवं पानी की व्यवस्था ठीक करेंगे। इसके अतिरिक्त इन फूड हब्स में फूड सेफ्टी की पूरी व्यवस्था करेंगे। फूड सेफ्टी एवं हाइजीन का सख्ती के साथ पालन कराया जाएगा। फिर उस फूड हब की ब्रांडिंग देश-दुनिया में की जाएगी जिससे देश-दुनिया से लोग वहां आ सकें। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आरम्भ में यानी पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दो फूड हब्स पर काम करने जा रहे हैं, मजनू का टीला एवं चांदनी चौक। मजनू का टीला दिल्ली के विद्यार्थियों के लिए बहुत ही खास स्पॉट है तथा एशियन कुजीन के लिए लोकप्रिय है। चांदनी चौक में भी बहुत कुछ ऐसा है आसपास, इसलिए उसे फूड हब बनाया जाएगा।
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