डिपॉजिटरीज के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, आर्थिक आंकड़ों में गिरावट के बीच दिसंबर माह में घरेलू पूंजी बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 244 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की गई है । विदेशी निवेशक शुद्ध बिकवाल बन गए| पिछले महीने ही 17,722 करोड़ रूपये का निवेश किया गया था|
शुद्ध बिकवाल बने विदेशी निवेशक
दिसंबर महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शुद्ध बिकवाल बने। इस महीने अबतक एफपीआई ने शेयरों से 1,668.8 करोड़ रुपये निकाले हैं। वहीं ऋणपत्रों या बॉन्ड में एफपीआई ने 1,424.6 करोड़ रुपये लगाए हैं। यानी अबतक वे 244.2 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे।
बीते माह किया था 17,722 करोड़ रुपये का निवेश
पिछले महीने की बात करें, तो नवंबर में एफपीआई ने 22,871.8 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की थी। वहीं अक्तूबर में यह आंकड़ा 16,037.6 करोड़ रुपये था।
निवेश करने में एफपीआई ने बरती सतर्कता
इस संदर्भ में मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा है कि, 'आर्थिक सूचकांकों में गिरावट के बीच एफपीआई ने भारतीय शेयरों में निवेश करने में सतर्कता बरती है। भारत की अर्थव्यवस्था के लिए यह वर्ष ठीक नहीं रहा है।' सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 4.5 फीसदी रह गई।
क्या है एफपीआई ?
बता दें कि जब एक अंतरराष्ट्रीय निवेशक, किसी अन्य देश के उद्यम की निष्क्रिय होल्डिंग में निवेश करता है, यानी वित्तीय परिसंपत्ति में निवेश करता है, तो इसे एफपीआई के रूप में जाना जाता है।
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