नई दिल्ली : शीर्ष अदालत ने आज उस याचिका पर सुनवाई की जो एक याचिकाकर्ता द्वारा सुकमा नक्सली हमले को लेकर दायर की गई थी. बता दे कि बीते दिनों जवानों ने एक ही दिन मुठभेड़ में 15 नक्सलियों को ढेर कर दिया था, साथ ही पुलिस के साथ एक 5 लाख का नक्सली भी लगा था. हालांकि एक व्यक्ति ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताया और उसने इसके ख़िलाफ़ याचिका दायर कर दी. जिसमे उसने कहा कि नक्सलियों और जवानों के बीच की यह मुठभेड़ झूठी है.
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याचिकाकर्ता की इस याचिका पर आज शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता से कहा कि किस प्रकार के साक्ष्य या सबूत यह साबित करते है कि यह एक फर्जी या जाली मुठभेड़ थी. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता नारायण राव से एक हलफनामा दाख़िल किए जाने के लिए कहा है.
गौरतलब है कि 6 अगस्त को सुकमा के आंतरिक क्षेत्र में नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में पुलिस जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी थी. जवानों ने इस दौरान एक साथ 14 नक्सलियों को ढेर कर दिया था, वहीं एक नक्सली को और ढेर किया गया था. इतना ही नहीं इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल भी हुए थे. जबकि एक महिला नक्सली और एक 5 लाख के नक्सली को पुलिस ने जिंदा पकड़ा था.
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