भारतीय टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया (Bhaichung Bhutia) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) का अध्यक्ष बनना चाहते हैं. और उन्होंने कहा कि वह भविष्य में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने पर विचार करेंगे. एक दशक से अधिक समय तक भारतीय फुटबॉल का चेहरा रहे भूटिया ने 2011 में संन्यास लिया था. दरअसल सोशल मीडिया पर फैन ने भूटिया से यह सवाल पूछा था कि क्या वह भविष्य में एआईएफएफ का अध्यक्ष बनना चाहेंगे, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस पर भविष्य में विचार किया जा सकता है.
फुटबॉल को मजबूत करने पर ध्यान: पूर्व दिग्गज ने कहा कि फिलहाल वह खुद के फुटबॉल स्कूल बाईचुंग भूटिया स्कूल और युनाइटेड सिक्किम क्लब के साथ जमीनी स्तर पर फुटबॉल को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं. भविष्य में वह निश्चित रूप से एआईएफएफ अध्यक्ष पर विचार करेंगे. एआईएफएफ के मौजूदा अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल प्रभावी रूप से 2008 से इसकी कमान संभाल रहे है जब तत्कालीन प्रमुख प्रियरंजन दास मुंशी बीमार पड़ गए थे. वह 2012 और 2016 में इसके अध्यक्ष निर्वाचित हुए, लेकिन 'स्पोर्ट्स कोड (खेल संहिता) के कारण वह शायद फिर से चुनाव लड़ने के पात्र नहीं होंगे. फर्नांडिस बेहतरीन मिडफील्डर
देश के लिए 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी बने 43 साल के भूटिया ने भारत और एफसी गोवा के खिलाड़ी ब्रैंडन फर्नांडिस को इस समय देश के सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर के रूप में चुना. उन्होंने कहा कि जाहिर है सुनील छेत्री अभी देश के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर हैं, उनके टक्कर को कोई नहीं. उनका गोल करने का रिकॉर्ड यही बताता है. उन्होंने कहा कि इस साल जिस मिडफील्डर ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया वह है एफसी गोवा के खिलाड़ी ब्रैंडन फर्नांडिस वह राष्ट्रीय टीम में भी है.
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