महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और देश के सबसे वृद्ध अरबपति केशव महिंद्रा का 99 वर्ष की आयु उम्र में बुधवार को देहांत हो गया है। वे 1962 से 2012 तक 48 वर्षों तक महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन रहे। अभी इस पद पर उनके भतीजे आनंद महिंद्रा हैं। बता दें कि अभी हाल ही में फोर्ब्स ने उन्हें 1.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ इंडिया का सबसे वृद्ध अरबपति तक बता दिया गया। केशव महिंद्रा के निधन की सूचना दी है करते हुए इनस्पेस के अध्यक्ष पवन के गोयनका ने अपने ट्विटर हैंडल पर बताया कि बिजनेस जगत ने आज अपने सबसे महान व्यक्तित्व में से एक केशव महिंद्रा को खो दिया है। उनसे मुलाकात करना हमेशा शानदार साबित हो रहा है। वे बिजनेस, अर्थशास्त्र और सामाजिक चीजों को शानदार तरीके से जोड़ने की प्रतिभा रखते थे।
बता दें कि केशव महिंद्रा पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय से स्नातक करने के उपरांत वर्ष 1947 में ही महिंद्रा ग्रुप से जुड़ गए थे। जिसके उपरांत वर्ष 1963 में वह इस समूह चेयरमैन बने। उनके नेतृत्व में महिंद्रा ग्रुप सफलता की ऊंचाईयों पर पहुंचा। वर्ष 2012 में 48 वर्ष तक चेयरमैन पद पर रहने के उपरांत यह पद अपने भतीजे आनंद महिंद्रा को सौंप डाला है। जिसके साथ ही केशव महिंद्रा टाटा स्टील, सेल, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स जैसी नामी-गिरामी कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल रहे।
फ्रांस सरकार ने 1987 में दिया था सर्वोच्च नागरिक सम्मान: बिजनेस जगत में केशव महिंद्रा के योगदान के लिए वर्ष 1987 में फ्रांस की सरकार ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सुशोभित किया था। जिसके साथ साथ केशव महिंद्रा को वर्ष 2007 में अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst and Young) की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया था। खबरों का कहना है कि केशव महिंद्रा कंपनी कानून और मोनोपोलिस्टिक एंड रेस्ट्रिक्टिव ट्रेड प्रैक्टिसेज (MRTP)और सेंट्रल एडवाइजरी काउंसिल ऑफ इंडस्ट्रीज सहित विभिन्न सरकारी समितियों में भी अहम भूमिकाओं में भी रह चुके है। वर्ष 2004 से 2010 तक महिंद्रा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन पीएम की व्यापार और उद्योग परिषद के भी सदस्य रहे थे।
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