भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की धार्मिक यात्राएं लगातार चल रही हैं। जिसके चलते वह, 13 फरवरी को वह बागेश्वर धाम पहुंचेंगे और वहां पहुंचकर पहले मंदिर में दर्शन करेंगे फिर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात भी करेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि, कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और सभी धार्मिक आयोजनों में शामिल होते हैं। वहीं, कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते ॐ सर्किट, 1 हजार गौशाला बनवाने का काम करवाया, पुजारियों का मानदेय भी बढ़ाया साथ ही मंदिरों को माफियाओं से आजाद करवाया। कमलनाथ ऐसे नेता है जिन्हे धर्म के रास्ते पर चलना पसंद है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी राजनीति के लिए धर्म को अपना हथियार बनाया है, लेकिन हमारी तो धार्मिक आस्थाएं हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बागेश्वर धाम जाने को लेकर सियासत गरमाई हुई है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओ का कहना है कि, कमलनाथ बागेश्वर धाम जाएं और वहां जाकर माफी मांगे, क्योंकि कांग्रेस नेताओं द्वारा बागेश्वर धाम को लेकर अनर्गल बयानबाजी की थी। कमलनाथ को मध्यप्रदेश के लोगों कहना चाहिए कि, उनकी पार्टी के नेताओं ने गलत कहा है, और अगर वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें इच्छाधारी हिंदू माना जाएगा। वहीं, भाजपा के कार्यकर्ताओ ने यह भी कहा कि, कमलनाथ हिंदू होने के नाते अपने मंदिरों में जा सकते हैं।
पीसीसी चीफ कमलनाथ लंबे समय से सुर्खियों में बने हुए है। वह बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात करने बागेश्वर धाम पहुंचेंगे और वहां बागेश्वर हनुमान के दर्शन भी करेंगे। कांग्रेस कमलनाथ को एक ओर धार्मिक व्यक्ति बता रही है, तो वहीं दूसरी उनके बागेश्वर धाम जाने पर सियासत भी गरमाई हुई है। वहीं, कांग्रेस के ही कुछ नेता पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं, इसके चलते भाजपा का कहना है कि, कमलनाथ बागेश्वर धाम पहुंचकर प्रदेश से अनर्गल टिप्पणियों के लिए माफी मांगें।
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