नई दिल्ली. शुक्रवार को दिल्ली के अस्पताल में पंजाब के पूर्व डीजीपी ने अंतिम साँस ली. पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. केपीएस गिल दो बार पंजाब राज्य के डीजीपी रहे थे. उन्होंने राज्य में कई उपलब्धिया प्राप्त की, पंजाब राज्य में आतंकवाद खत्म करने में पूर्व डीजीपी का अहम योगदान था.
केपीएस गिल कई दिनों से दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें सिविल सर्विस में कार्य के लिए 1989 में पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. केपीएस गिल लम्बे समय से बीमार चल रहे थे. वह किडनी से जुडी बीमारी के कारण बीमार थे. किडनी फेल होने के कारण उनकी मौत हो गई. पूर्व डीजीपी इंडियन हॉकी फेडरेशन के प्रेसिडेंट भी थे. गिल ने पंजाब राज्य ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी काम किया था.
2006 में सुरक्षा सलाहकार रहते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को बस्तर की तीन सड़कों के निर्माण की अनुशंसा की थी. यह सड़के थी, दोरनापाल-जगरगुंडा, सुकमा कोंटा और नारायणपुर-ओरछा की, जो मुश्किल से 200 किलोमीटर थी.
ये भी पढ़े
जेवर-बुलंदशहर हाइवे गैंगरेप : पीड़ित महिला का यू टर्न, अब कहा आरोपियों को नहीं पहचानती
पोती को घर में अकेला देख दादा बना हैवान, लोगो ने गंजा कर जूते-चप्पलो की माला पहनाकर गांव में घुमाया
UP गैंगरेप : पति के सामने पत्नी पर टूट पड़े दरिंदे, बारी-बारी से लूटी आबरू