नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के खराब फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम से बाहर करने की मॉंग तेज होती जा रही है। वर्ल्ड कप विजेता भारतीय कप्तान कपिल देव के बाद अब पूर्व गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और मौजूदा प्रबंधन पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि किसी भी खिलाड़ी के फॉर्म में ना होने पर वे (BCCI) उसे ड्रॉप नहीं करते हैं, बल्कि आराम देते हैं। वेंकटेश ने पूर्व खिलाड़ियों की मिसाल देते हुए कहा है कि कैसे इससे पहले उन्हें खराब फॉर्म के चलते टीम से बाहर किया गया था।
There was a time when you were out of form, you would be dropped irrespective of reputation. Sourav, Sehwag,Yuvraj,Zaheer, Bhajji all have been dropped when not in form. They have went back to domestic cricket, scored runs and staged a comeback. The yardsticks seem to have 1/2
— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) July 10, 2022
विराट कोहली का नाम लिए बगैर वेंकटेश प्रसाद ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'एक वक़्त था, जब आप फॉर्म में नहीं होते थे तो प्रतिष्ठा की परवाह किए बगैर आपको बाहर कर दिया जाता था। सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, जहीर खान और हरभजन सिंह जैसे सभी प्लेयर्स को फॉर्म में नहीं होने पर बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेला, रन बनाए और फिर से भारतीय टीम में वापसी की।' प्रसाद ने आगे कहा कि, 'अब चीजें बहुत बदल गई हैं, जहाँ आउट ऑफ फॉर्म में रहने वाले खिलाड़ियों को 'आराम' दिया जाता है। देश में इतनी प्रतिभा है तो आप सिर्फ अपनी प्रतिष्ठा पर ही नहीं खेल सकते। टीम इंडिया के महानतम मैच-विजेताओं में से एक, अनिल कुंबले को कई मौकों पर बाहर बैठना पड़ा था। कुछ बड़ा हासिल करने के लिए एक्शन की आवश्यकता है।'
बता दें कि विराट कोहली तक़रीबन तीन वर्षों से शतक नहीं लगा सके हैं और किसी भी फॉर्मेट में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं। विराट कोहली ने अपना आखिरी शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता टेस्ट मैच में लगाया था। इसके बाद भी उन्हें बार-बार अवसर मिल रहे हैं। इससे पहले पूर्व कप्तान कपिल देव ने कोहली को टीम से बाहर न करने को लेकर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा था कि जब रविचंद्रन अश्विन को टेस्ट के अंतिम एकादश से बाहर किया जा सकता है, तो विराट कोहली को क्यों नहीं? कपिल देव ने कहा कि कोहली को टीम से बाहर करना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। उनका कहा था कि यदि नए खिलाड़ियों को भरपूर अवसर नहीं मिलता है, तो यह उनके साथ नाइंसाफी होगी। यदि कोहली प्रदर्शन नहीं करेंगे, तो नए प्लेयर्स को टीम से बाहर नहीं रखा जा सकता है।
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