महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडनवीस का आज 51वां जन्मदिन है। आप सभी को बता दें कि देवेन्द्र फडनवीस एक कुशल भारतीय राजनेता हैं और उन्होंने अपने पिता द्वारा राजनीति विरासत मिलने के बाद भी आज जनता के बीच अपनी एक अलग पहचान और पैठ बनाई है। आपको यह तो पता ही होगा कि देवेन्द्र फडनवीस के पिता राज्य विधान परिषद के गणमान्य मेंबर भी रह चुके है। देवेन्द्र फडणवीस ने लॉ से स्नातक किया है और इसी के साथ उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट का भी कोर्स किया है। अपने कॉलेज के दिनों में देवेंद्र ABVP के एक सक्रिय मेंबर भी रह चुके हैं।
केवल यही नहीं बल्कि देवेंद्र फडणवीस, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी काफी क़रीबी है। देवेन्द्र फडनवीस का पूरा नाम देवेन्द्र गंगाधरराव फडनवीस हैं और वह ब्राह्मण परिवार से संबंध रखते हैं। आप सभी को बता दें कि देवेन्द्र फडनवीस की शुरूआती शिक्षा इंदिरा कॉन्वेन्ट से हुई, जिसे तत्कालीन PM इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया था। वहीँ आपातकाल के समय देवेन्द्र फडनवीस के पिता, गंगाधर, जो कि जन संघ के सदस्य थे, उन्हें सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लेने के लिए जेल यात्रा भी करनी पड़ी थी। कहा जाता है यह सब होने के बाद देवेन्द्र फडनवीस ने इंदिरा कॉन्वेंट में अपनी पढ़ाई जारी रखने से साफ़ मना कर दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि वह PM के नाम पर एक स्कूल में शामिल नहीं होना चाह रहे थे। जिसने उनके पिता को जेल भेजा था।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देवेन्द्र फडनवीस बजट पर एक बेहतरीन किताब भी लिख चुके हैं और उनकी छवि जमीन से जुड़े एक तेज तर्रार नेता के रूप में होती है। देवेंद्र फडणवीस ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1992 में BJYM के वार्ड अध्यक्ष के रूप में की थी। उसके बाद उन्हें नागपुर शहर का अध्यक्ष भी बनाया गया। साल 1994 में वह राज्य उपाध्यक्ष भी थे और इसके बाद 1997-2001 के बीच सिर्फ 27 साल की उम्र में उन्होंने महापौर की भूमिका में भी काम किया है। वहीँ इसके बाद साल 1999 में वो नागपुर से विधायक भी बने और फिर साल 2001 में उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया। यह सब होने के बाद देवेन्द्र फडणवीस ने 31 अक्टूबर, 2014 को महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
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