पुणे: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री शंकरराव कोल्हे का आयु संबंधी रोगो की वजह से बुधवार को नासिक में देहांत हो गया। उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह खबर दी। कोल्हे 94 साल के थे। उन्होंने 1989 एवं 1993 के बीच कृषि, सहकारिता, राजस्व तथा परिवहन मंत्री के तौर पर सेवाएं दी। वह एक सहकारी चीनी कारखाने एवं संजीवनी समूह के संस्थापक थे।
इसके साथ ही कोल्हे ने प्रदेश सरकार की तमाम प्रमुख समितियों में भी काम किया। सहकारी सेक्टर में उनके योगदान के लिए उन्हें 2017 में वसंतदादा चीनी संस्थान में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित किया गया था। कोल्हे के परिवार में उनकी पत्नी एवं 3 बेटे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कोल्हे के देहांत पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया कि कोल्हे ने विश्व भर में यात्रा करके अपने अनुभवों से चीनी क्षेत्र में बेहद बड़ा योगदान दिया।
सहकारातील ज्येष्ठ नेते, माजी मंत्री शंकरराव कोल्हे यांनी सहकार-शिक्षण क्षेत्रात दिलेले योगदान अमूल्य आहे.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) March 16, 2022
पाण्याचे प्रश्न ते अतिशय पोटतिडकीने मांडत.
ग्रामीण भागात दर्जेदार शिक्षणासाठी शैक्षणिक संस्थांचे जाळे त्यांनी उभारले.
त्यांच्या निधनाचे वृत्त दुःखद आहे. pic.twitter.com/tR9jVE49Ny
वही शंकरराव कोल्हे के निधन पर देवेंद्र फडणवीस ने भी दुःख जताया है उन्होंने ट्वीट कर लिखा- सहकारिता के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री शंकरराव कोल्हे का सहकारिता शिक्षा के क्षेत्र में योगदान अमूल्य है। उन्होंने बहुत ही सूक्ष्मता से पानी के मुद्दे को उठाया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शैक्षणिक संस्थानों का एक नेटवर्क स्थापित किया। उनके निधन की खबर दुखद है।
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