सिंगापुर: कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के सामने कोरोना की वैक्सीन प्रभावी होगी या नहीं, इसे लेकर अभी रिसर्च की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ सिंगापुर के 2 लोगों में मिले इस वैरिएंट ने वैक्सीन की दोनों डोज ही नहीं बल्कि बूस्टर डोज को भी फेल कर चूका है। सिंगापुर में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मिले दोनों लोगों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाया गया था। इसके बावजूद इनके ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के चलते अब बूस्टर डोज के भी वायरस केन विरुद्ध सुरक्षा देने की क्षमता पर प्रश्न उठ रहे हैं।
एक केस लोकल, एक जर्मनी से आया: सिंगापुर में मिला ओमिक्रॉन का पहला केस 24 साल की महिला का है, जो एयरपोर्ट पर पैसेंजर सर्विस में कार्य करती है। यह महिला शुरुआती टेस्ट में ओमिक्रॉन संक्रमित पाई गई है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि यह शहर में ओमिक्रॉन का पहला लोकल केस है। दूसरा केस विदेशी संक्रमण का है। इसमें संक्रमित मिला शख्स 6 दिसंबर को जर्मनी से वापस आया था और बोला जा रहा है कि वह जर्मनी में ही ओमिक्रॉन की चपेट में आ गया होगा। इसे भी बूस्टर डोज लगाया जा चुका था।
देश में और मामले मिलने की आशंका: जहां इस बात का पता चला है कि दोनों ही संक्रमित नेशनल सेंटर फॉर इन्फेक्शस डिजीज में रिकवर होते जा रहे है। उनके सभी कॉन्टैक्ट्स को 10 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है। मंत्रालय का बोलना है- ओमिक्रॉन वायरस के फैलने की तेजी को देखते हुए हम मानकर चल रहे हैं कि देश के बॉर्डर पर और हमारी कम्युनिटी के बीच ओमिक्रॉन से जुडे़ कई अन्य केस भी सामने आ सकते है।
भारत में बढ़ा Omicron का खतरा, अब तक सामने आए 32 मामले
अगले 5 साल में 25 और हवाई अड्डों का निजीकरण किया जाएगा: सरकार