आजकल अपराध के मामले सभी को हैरान कर रहे हैं। ऐसे में जो मामला हाल ही में सामने आया है उस मामले में बहनों की सजगता और पुलिस के तत्काल एक्शन में आने के बाद एक और हैदराबाद कांड होने से बच गया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि एक आरोपित एम्स में संविदाकर्मी, एक ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट छात्र भी घटना में शामिल है। वहीं शिकायत के आधार पर पुलिस ने छेड़खानी और धमकी का केस दायर कर लिया है।
खबरों के मुताबिक कैंपियरगंज से गोरखपुर आ रही दो बहनों (दोनों नाबालिग) के साथ हाइवे पर सोमवार की रात छेड़खानी करने के चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में कार सवार मनचलों ने नयनसर टोला प्लाजा के पास बहनों को घेर लिया था। उसी समय बहनों की सजगता और पुलिस के तत्काल एक्शन के बाद सभी को गिरफ्त में ले लिया गया है। वहीं पुलिस ने इस मामले में टोल प्लाजा के सीसी टीवी फुटेज की मदद से चार आरोपितों की पहचान कर सोमवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। वहीं कार को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
बताया गया है कि आरोपितों की पहचान विकासनगर बरगदवां निवासी व एम्स में संविदाकर्मी आकाश सिंह, आनंदनगर, महराजगंज निवासी व ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट आदित्य श्रीवास्तव, गोरखनाथ निवासी अमृतेंद्र पांडेय उर्फ गोलू, पादरी बाजार निवासी व आईटीआई छात्र शिवकांत श्रीवास्तव के रूप में हो चुकी है।
रात में तांत्रिक ने बुलाया इलाज के लिए और किशोरी को ले गया खेत के बीच...
होली से पहले बिहार भेजी जा रही थी शराब, झारखंड पुलिस ने किया विफल
एक महिला पर दो पुरुषों ने किया पत्नी होने का दावा, जानिए क्या है पूरा मामला