धनबाद: झारखंड में पलामू जिले के पाटन प्रखंड अंतर्गत लोईगा गांव में टीकाकरण के 16 घंटे के अंदर रविवार को चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि पांच बच्चे गंभीर हैं, इनका इलाज चल रहा है. बच्चों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है. मुख्यालय से डॉक्टरों की टीम भेजी गई है, टीकाकरण के तरीके, एक्सपायरी डेट, कोल्ड चेन की व्यवस्था की पड़ताल की जा रही है.
टीकाकरण के दौरान पलामू के पाटन में चार बच्चों मौत के मामले में गंभीर रूप से बीमार बच्चों को देखने स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी सोमवार की सुबह सदर अस्पताल पहुंचे. उन्हें बताया गया कि प्रभात नामक बच्चे काे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है, शेष बच्चे ठीक हैं. उन्होंने संबंधित एएनएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का सिविल सर्जन को निर्देश दिया, कहा कि लापरवाह चिकित्सक व कर्मियों पर कार्रवाई होगी, उन्होंने सिविल सर्जन को व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने का आदेश दिया.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले का संज्ञान लेते स्पष्ट कहा है कि इस मामले के दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने पीड़ित परिवारों को एक-एक लाख रुपया मुआवजा देने की घोषणा की. हादसे से मचे कोहराम के बीच स्थानीय विधायक राधाकृष्ण किशोर लोर्इंगा गांव पहुंचे, उनकी पहल पर प्रशासन ने मृत बच्चों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया है. फिलहाल, बचे हुए टीके और पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के टीके रखने के कमरे को सील कर दिया गया है.
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