फरीदकोट: पंजाब के फरीदकोट जिले के गांव कलेर में एक व्यक्ति द्वारा अपनी पत्नी व 2 बच्चों के साथ आग लगाकर आत्महत्या किए जाने का केस देखने को मिले है। मृतक की पहचान मूल रूप से राजस्थान के जिला सीकर निवासी 40 साल के धर्मपाल के रूप में हुई, जो बीते 10 साल गांव कलेर में अपनी पत्नी सीमा, बेटी मोनिका व बेटे हतीष कुमार के साथ रह रहे थे। धर्मपाल यहां के ढुडी रोड पर एक ईंट भठ्ठे पर बतौर मुंशी काम करता था।
पुलिस को प्राथमिक जांच के बीच एक सुसाइड नोट भी पाया गया है, जिसमें उसने यह कदम उठाने के लिए लॉकडाउन के साथ-साथ ईंट भठ्ठे के कारोबार से जुड़े शंटी नामक व्यक्ति को जिम्मेवार बताया गया है। पुलिस अब जिसके आधार पर केस की कार्रवाई की जा रही है। गांव कलेर के लोगों ने कहा कि यह परिवार बीते कई वर्षों से ही यहां रहता है और लॉकडाउन के कारण कारोबार के प्रभावित होने से परेशान था।
जंहा इस बात का पता चला है कि आज सुबह गांववासियों ने देखा कि उसके घर से धुंआ निकल रहा था और घर से किसी भी तरह की आवाज नहीं आ पाया। तुरन्त गांववासी मौके पर जुटे और घर का दरवाजा तोड़ा तो परिवार के सभी सदस्य बुरी तरह से आग में झुलसे चुके थे। घटना की सूचना मिलते ही जिला पुलिस के आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और जांच का कार्य शुरू किया। इस केस में डीएसपी सतविंदर सिंह विर्क ने बोला कि पुलिस पूरे मामले की बारीकी से पड़ताल कर रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर जांच की जाने वाली है।
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