नई दिल्ली : देश की न्यायपालिका में पहली बार ऐसा अदभुत संयोग बना है. वो यह कि देश के चार बड़े और सबसे पुराने हाई कोर्ट्स बॉम्बे, मद्रास, कलकत्ता और दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के पद पर महिलाएं विराजित हैं. मद्रास हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस के तौर पर इंदिरा बनर्जी की नियुक्ति के साथ ही देश की महिलाओं के नाम यह इतिहास दर्ज हो गया.
बता दें कि इससे पूर्व बॉम्बे हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर, दिल्ली हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस जी. रोहिणी अपने-अपने पदों पर नियुक्त हैं. जबकि कलकत्ता हाई कोर्ट की कार्यकारी चीफ जस्टिस निशिता निर्मल इस पद पर 1 दिंसबर 2016 से हैं. वैसे आज भी न्यायपालिका में पुरुष जजों की संख्या अधिक है और महिला जजों की भारी कमी है.
आपको जानकारी दे दें कि जस्टिस इंदिरा बनर्जी 2002 में कलकत्ता हाईकोर्ट में पहली बार उन्हें स्थायी जज बनीं.अगस्त 2016 में उनका दिल्ली हाईकोर्ट ट्रांसफ़र कर दिया गया और फिर प्रोन्नत करते हुए, मद्रास हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया.जबकि मंजुला चेल्लूर को 2000 में कर्नाटक हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया . वो यहां जज बनने वाली भी पहली महिला थीं.2012 में उनकी केरल हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुईं.पिछले साल 22 अगस्त को उन्हें बांबे हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया.
वहीं जस्टिस जी रोहिणी को 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया.इसी तरह जस्टिस निशिता म्हात्रे को 2012 में उन्हें कलकत्ता हाईकोर्ट का जज बनने के चार साल बाद दिसम्बर 2016 में उन्हें कलकत्ता हाईकोर्ट में कार्यकारी मुख्य न्यायधीश के पद पर नियुक्त किया गया.
यह भी देखें
एंटी रोमियो स्क्वाड के नाम को लेकर दायर याचिका को किया खारिज
चेन्नई हाई कोर्ट ने जारी किया आदेश, किसानों के कर्ज माफ़ करे सरकार