केंद्र की मोदी सरकार को आज 4 साल पूरे हो चूके है. इस मौके को ख़ास बनाने के लिए जहाँ भाजपा देशभर में अपनी उपलब्धियों को गिनाने में लगी हुई है वहीँ विपक्ष सरकार की कमियां उजागर करने में लगा हुआ है. 26 मई 2014 को देश की सत्ता पर अपना कब्ज़ा ज़माने वाले मोदी ने पिछले चार सालों में कई छोटे बड़े फैसले लिए जिसमें नोटबंदी और GST जैसे अहम फैसले भी शामिल है. वहीँ केंद्र सरकार के पिछले चार सालों का रिपोर्ट कार्ड जानने के लिए देश के कई मीडिया हाउसेस ने भी अपने- अपने स्तर पर सर्वे कराए, जिसके बाद मोदी सरकार के लिए कई सारे सवाल निकाल कर आए, जिनका जवाब सरकार को अवश्य देना चाहिए. यहां हम आपको कुछ ऐसे ही सवालों से रूबरू करने जा रहे है जिनके जवाब जनता केंद्र की मोदी सरकार से जानना चाहती है.
-क्या मोदी सरकार नोटबंदी के आंकड़े संसद में पेश करेगी?
-नोटबंदी का वो फायदा, जो आम जनता को सीधे तौर पर मिला?
-भारतीयों को 15 लाख रुपए कब मिलेंगे?
-पीएम पत्रकारों के माध्यम से जनता के सवालों का जवाब कब देंगे?
-सरकारी मंत्री व बीजेपी नेता भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ नफरत उगलने का काम करते है फिर भी खुले क्यों घूमते है?
-देश में प्राइमरी और हायर शिक्षा बहुत महंगी है. सरकार ने चार साल में इसके लिए क्या किया?
-भाजपा के घोषणापत्र में राम मंदिर और धारा 372 को शामिल किया गया था, उसका क्या हुआ?
-आप अपने भाषणों में सुनियोजित योजना के तहत झूठ बोलते हैं या जानकारी के अभाव में?
-मोदी जी क्या आपको नहीं लगता कि देश समाजिक तौर पर बिखर चुका है. धर्म के नाम पर भेदभाव अपने चरम पर है?
-चार साल में ग़रीबों और अमीरों के बीच फ़ासले को ख़त्म करने के लिए आपने क्या किया?
-गंगा सफ़ाई को लेकर क्या हुआ?
-मोदी जी आपके चार साल के विदेशी दौरों से देश को क्या फ़ायदा हुआ?
एनडीए में विपक्ष से ज्यादा पार्टियां है- दिग्विजय सिंह
एक ऐसी बैंक चोरी जिसने दुनियाभर के बैंकों की पोल खोलकर रख दी
चार साल के जश्न में पीठ थपथपाने वालों में जेटली भी शामिल