नई दिल्ली: दक्षिण भारत में चौथे मोर्चे का बिगुल बजाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने कल यानी बुधवार (18 जनवरी) को एक जनसभा का आयोजन किया है। इस जनसभा में विभिन्न राज्यों के सीएम शामिल होने वाले हैं। इनमें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, केरल के सीएम पिनरायी विजयन, समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के डी राजा शामिल होंगे।
BRS की इस जनसभा को सियासी रूप से बेहद अहम माना जा रहा है। असल में यह तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) द्वारा अपना नाम बदलकर BRS किए जाने के बाद पहली जनसभा है। इसके साथ ही इसमें विभिन्न विपक्षी दलों BRS, आम आदमी पार्टी (AAP), समाजवादी पार्टी (सपा) और वाम दलों के नेता एक साथ एक मंच पर नज़र आएँगे।
इसको चौथा मोर्चा कहने के पीछे भी खास कारण है। बता दें कि, मौजूदा राजनितिक परिदृश्य में पहले मोर्चे के रूप में भाजपा को देखा जाता है। वहीं, दूसरा मोर्चा कांग्रेस और तीसरे मोर्चे के रूप में बिहार के सीएम नीतीश कुमार और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को देखा जाता रहा है। ऐसे में इन तीनों से ही दूरी बनाकर के चंद्रशेखर राव चौथा मोर्चा बनाने का संकेत दे रहे हैं और उनके साथ अन्य बड़े नेता भी मंच साझा करने वाले हैं। ऐसे में ये देखने लायक होगा कि, 2024 के लोकसभा चुनाव में कितने मोर्चों में जंग होती है या फिर भाजपा को हराने के लिए सभी दल एक हो जाते हैं।
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