नई दिल्लीः देश में चल रहे मंदी के बीच बाजार से बड़े पैमाने पर पैसों की निकासी की खबरें आती रहती हैं। अर्थव्वस्था की खराब हालत के कारण विदेशी निवेशक भारत आने से कतरा रहे हैं। इस बीच आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) ने सितंबर के पहले पखवाड़े में पूंजी बाजारों में 1,841 करोड़ रुपये का निवेश किया। आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध में नरमी और अनुकूल वृहत आर्थिक आंकड़े के साथ ये निवेश हुए हैं।
डिपोजिटरी के डाटा के अनुसार एफपीआई ने 3 से 14 सितंबर के बीच शेयर बाजारों से 2,031.02 करोड़ रुपये निकाले जबकि दूसरी तरफ 3,872.19 करोड़ रुपये बांड में निवेश किए। इस तरह उन्होंने शुद्ध रूप से 1,841.17 करोड़ रुपये का निवेश किया। इससे पहले, एफपीआई ने अगस्त में 5,920.02 करोड़ रुपये और जुलाई में शेयर और बांड बाजार से 2,985.88 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी। बाजार विश्लेषक फर्म ग्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी हर्ष जैन ने कहा, 'अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध थोड़ा नरम होने का बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा। इसके अलावा जुलाई के आईआईपी 4.3 फीसद रहा जिससे निवेशकों की धारणा को संभवत: बल मिला। कई विशेषज्ञ कह चुके हैं कि भारत को अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव का फायदा उठाना चाहिए।
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