जशपुर: सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही आये दिन हमें सुनने को मिलती है. देश के सरकारी अस्पतालों में कुछ डॉक्टरों को छोड़कर बाकि सभी डॉक्टर सिर्फ अपनी हाजरी लगाने अस्पताल पहुंच जाते है.
ताजा मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर का है. यहाँ एक बच्ची को खेलने के दौरान घायल हो जाने पर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इस अस्पताल में डॉक्टर की घोर लापरवाही देखने को मिली. यहाँ बच्ची के बाएं पैर में फ्रैक्चर था लेकिन डॉक्टर साहब ने दाहिने पैर में प्लास्टर चढ़ा दिया. जब इस मामले ने तूल पकड़ लिया था तो डॉक्टर ने फिर से एक्स-रे कराकर दूसरे पैर में प्लास्टर चढ़ाया.
इस लापरवाह डॉक्टर का कहना है कि एक्स रे की रिपोर्ट में गड़बडी होने के कारण ऐसा हुआ है. यह घटना शहर के बंगाली कॉलोनी बसंत बिहार निवासी वेद नारायण साहू की बेटी दिशा साहू के साथ हुई. दिशा रविवार को खेलते समय गिरकर घायल हो गई थी. पिता बेटी को लेकर तुरंत ही जिला चिकित्सालय पहुंचे. पिता ने बेटी का एक्स-रे शहर के ही एक निजी क्लीनिक में करवाया था और एक्स रे रिपोर्ट जिला चिकित्सालय के हड्डी रोग विशेष डॉक्टर अनुरंजन टोप्पो को दिखाई थी. रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर ने तुरंत ही दिशा के दाहिने पैर में प्लास्टर चढ़ा दिया. सोमवार को पता चला कि बच्ची के बाए पैर में परेशानी थी जबकि डॉक्टर ने दाहिने पैर में प्लास्टर चढ़ा दिया है.
जब यह मामला वाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुआ तो डॉक्टर ने बेटी के पिता से सम्पर्क किया. साथ ही बच्ची को फिर से अस्पताल बुलाकर वहीं जिला अस्पताल में ही एक्स-रे करवाकर सही पैर में प्लास्टर चढ़ाया. डॉक्टर के मुताबिक जो एक्स-रे रिपोर्ट बेटी के पिता लेकर आए थे उसमें यह स्पष्ट नहीं था कि किस पैर में चोट लगी है. पिता के द्वारा लाई गई रिपोर्ट के आधार पर ही बच्ची का इलाज किया गया था.