नई दिल्ली: इंडियन एयरफोर्स को मजबूती देने और आधुनिक बनाने के लिए खरीदे गए राफेल फाइटर जेट्स की आपूर्ति को लेकर देरी की आशंकाओं को फ्रांस सरकार की तरफ से दरकिनार कर दिया गया है. भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन ने कहा है कि भारत सरकार को इन फाइटर जेट्स की आपूर्ति के लिए दी गई समय सीमा का पूरी कड़ाई के साथ पालन किया जाएगा.
बता दें कि राफेल की निर्माता कंपनी दसॉ के मैनुफैक्चरिंग प्लांट को मार्च के अंत में बंद कर दिया गया था, जिसकी वजह से आशंका जताई जा रही थी कि भारत को मिलने वाले लड़ाकू विमानों की अगली खेप में देरी हो सकती है. मार्च अंत में फ्रांस में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैला था और देश में कुछ ही दिनों में संक्रमितों की संख्या 1 लाख के करीब पहुंच गई थी, जबकि मृतकों की तादाद भी मार्च अंत और अप्रैल की शुरुआत में ही 10 हजार के पार चले गई थी. इसके चलते देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था.
मई के महीने में देश में संक्रमण और मृतकों की तादाद में बहुत कमी आई है. देश में अभी तक 1.45 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 28,330 लोगों की जान जा चुकी है. मीडिया से बात करते हुए फ्रांस के राजदूत ने कहा कि, "राफेल जेट्स की आपूर्ति के लिए तय अनुबंधात्मक आपूर्ति समयसीमा का अभी तक सख्ती के साथ पालन किया गया है और हाल ही में अप्रैल के अंत में फ्रांस में इंडियन एयरफोर्स को एक जेट सौंपा गया है."
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