मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में एक तरह बलात्कार की घटनाएं बढ़ती जा रही है तो दूसरी तरफ फर्जी रेप के मामलों का भी खुलासा हो रहा है. ऐसे ही एक मामले में गुरूवार को मुजफ्फरपुर पुलिस ने दो महिलाओं समेत कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया. तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. हालांकि इस झूठे बलात्कार को रचने वाला अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. लेकिन जिस पर रेप का मामला दर्ज था उसने जरूर राहत की सांस ली है. जानकारी के अनुसार बीती 8 मई को मुज़फ्फरनगर के छपार थाने में एक लक्ष्मी नाम की महिला ने हरिद्वार के एक व्यक्ति रविंदर कुमार महतो पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था.
एस पी सिटी ओमबीर सिंह ने इस मामले पर प्रकाश डालते हुए बताया कि, '8 मई को छपार थाने में एक महिला ने गैंगरेप का मामला दर्ज कराया था. जिस दिन वो थाने आई थी उससे करीब 26 घंटे पहले उसने खुद के साथ रेप होने की बात बताई थी। महिला का आरोप था कि किसी व्यक्ति ने छपार थाना क्षेत्र के बाईपास पर उसे बुलाया और नौकरी दिलाने के बहाने उसे गाड़ी में बैठा लिया. जहां उसके साथ गलत हरकत की गई.' हालांकि महिला के वारदात वाले दिन ना आ कर के इसके अगले दिन आने पर पुलिस को थोड़ा शक हुआ जिसके बाद पुलिस ने अपने हिसाब से छानबीन करना शुरू कर दिया.
इस दौरान पुलिस ने FIR के साथ जो कुछ नंबर खिखवाए थे उनकी छानबीन शुरू की. पुलिसवालों ने जब कुछ फोन नंबर का लोकेशन और टाइमिंग निकलवाई तो महिला के बयान से टैली कराने पर उसमे फर्क आया. जब इन सब बातों पर सघनता से जांच की गई तो ये पूरा मामला एक षड़यंत्र निकला. पुलिस ने इस मामले में एक युवक समेत दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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