हम सभी के मुँह में बैक्टीरिया होते है. हमारे खाने पीने के सामान में यदि किसी भी रूप में शक्कर है. तो मुँह में रहने वाले बैक्टीरिया तुरंत शक्कर को एसिड में बदलना शुरू कर देते है. भोजन के कण भी एसिड में बदल जाते है. दाँत का मजबूत इनेमल इस एसिड से दांत की रक्षा करता है. किन्तु यदि किसी कारण से दांत का ये इनेमल कमजोर पड़ जाता है तो एसिड धीरे धीरे दांत को अंदर तक खोखला कर देता है.
1-मिठाई ,चॉकलेट आदि मीठे और एसिड वाली खाने पीने की चीजों का उपयोग कम करें. खासकर बाजार में मिलने वाला सॉफ्ट ड्रिंक दांतों के इनेमल के लिए बहुत नुकसान देह होता है क्योकि इसमें फॉस्फोरिक एसिड और सिट्रिक एसिड होता है. दाँतों पर चिपकने वाली चीजें खाने से बचें. यदि ऐसा कुछ खाया पिया है तो या तो ब्रश कर लें या अच्छे से कुल्ले करके दाँतों की सफाई कर लें
2-पानी पर्याप्त मात्रा में पिएँ. इससे लार पर्याप्त मात्रा में बनती है जो दाँतो की सुरक्षा करती है. मसूड़े गीले रहते है जिससे उन पर भोजन नहीं चिपकता. शरीर से वे विषैले तत्व बाहर निकलते है जिनसे दांतों को नुकसान होता है.
3-दाँतो की सफाई सही तरीके से करें. संभव हो तो डेंटिस्ट से सही तरीके से ब्रश करना सीख लें. हम बचपन से ब्रश करते आये है फिर भी कीड़ा लगने का अर्थ यही है की ब्रश सही तरीके से नहीं हो रहा है. रात को ब्रश जरूर करना चाहिए. ये सुबह किये जाने वाले ब्रश से भी ज्यादा अच्छा है.