बीजिंग: एक तरफ चीन पर आरोप लग रहे हैं कि उसने कोरोना वायरस के फैलने की जानकारी दुनिया भर से छिपाई है, वहीं उसके पड़ोसी मुल्क उत्तर कोरिया ने अपने यहां एक भी मामला नहीं होने का दावा कर रखा है। इस बीच अधिकारियों का कहना है कि दरअसल, उत्तर कोरिया दुनिया के समक्ष चीन की पोल खुलने से बचाने के लिए ऐसा दावा कर रहा है।
उत्तर कोरिया की सरकार में सीनियर अधिकारी रह चुके किम म्योन्ग के अनुसार, कोरिया का दावा निराधार है कि देश में एक भी कोरोना का मामला नहीं है। यहां तक कि उन्होंने यह भी कहा कि वास्तविक संख्या कल्पना के बाहर है। उनके अनुसार चीन यह साबित नहीं होने देना चाहता कि कोरोना चीन से निकला था। यदि कोरिया अपने यहां कोरोना मामलों के वास्तविक आंकड़े सार्वजनिक कर देता है तो चीन के इस दावे की पोल खुलने की नौबत आ जाएगी।
दरअसल, चीन और कोरिया के मध्य 880 मील की सरहद है। म्योन्ग के अनुसार ऐसे में कोरिया यदि अपने यहां दर्ज हुए विशाल आंकड़ों को जारी कर देगा तो चीन यह साबित नहीं कर सकेगा कि कोरोना उसकी जमीन पर पैदा नहीं हुआ। दूसरी तरफ कोरिया पूरी दुनिया से अलग-थलग है और चीन उसका अकेला साथी है। दोनों के बीच रिश्ते काफी गहरे हैं।
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