कोरोना की वजह से लॉकडाउन के बाद ईंधन की मांग मार्च महीने में लगभग 20 फीसद तक कम रही है. अप्रैल महीने में भी इसकी मांग 40 फीसद तक गिर सकती है. वही, 25 मार्च से देश भर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद तीन सप्ताह के लिए लोग घरों के भीतर हैं, दुकानें बंद हैं, रेलवे, एयरलाइन, ट्रक और निजी वाहन सड़क पर नहीं हैं, जिसकी वजह से मांग में कमी आई है.
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मांग में गिरावट को लेकर इंडिया रेटिंग्स के मुताबिक, ईंधन की कुल मांग में लगभग 20 फीसद की कमी आई है, जबकि मार्च में क्षमता उपयोग का स्तर गिरकर 50 फीसद हो गया है.
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इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि OMCs के लिए क्षमता उपयोग उच्च स्तर पर है, जिनकी उत्पादन अनुपात की बिक्री काफी अधिक है, क्योंकि उन्होंने अपनी रिफाइनरियों को पूर्ण उपयोग के लिए सुनिश्चित करते हुए बाहरी खरीद को कम कर दिया है. वही, अगर 14 अप्रैल को देशभर से लॉकडाउन को हटा दिया जाता है तो ईंधन की मांग इस महीने लगभग 40 फीसद तक कम रहेगी. क्योंकि लोग फिलहाल बाहर जाने से कतराएंगे, हवाई यात्रा भी नहीं करना चाहेंगे. इसके अलावा औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में धीमी गति से शुरू होंगी.
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