नई दिल्ली : शुक्रवार को जर्मनी के हैम्बर्ग में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लागिमीर पुतिन के बीच हुई पहली मुलाकात इतनी लम्बी चली कि इसमें ट्रम्प की पत्नी मेलानिया को हस्तक्षेप करना पड़ा, लेकिन उन्हें भी असफलता ही हाथ लगी.आखिर विश्व की दो महाशक्तियों के प्रमुखों ने अपनी इच्छा से ही इस बैठक को खत्म किया.बता दें कि यह बैठक दो घंटों से भी ज्यादा चली.
उल्लेखनीय है कि हैम्बर्ग में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच हुई पहली मुलाकात इतनी लम्बी चली कि इस मुलाकात के लंबा खींचते देख अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी मेलानिया ट्रंप को उनके पति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन के बीच की चल रही बैठक को जल्द खत्म कराने के लिए भेजा गया था. क्योंकि बैठक जरूरत से ज्यादा लम्बी हो गई थी. मेलानिया ट्रंप ने तय समय से आगे चल रही बैठक को खत्म करने की कोशिश भी की लेकिन वे कामयाब नहीं हो सकी.
दरअसल मेलानिया की अधीरता की वजह यह थी कि हैम्बर्ग में हो रहे G-20 के विरोध प्रदर्शन के कारण मेलानिया पूरे दिन होटल के अंदर कैद हो गई थीं. मेलानिया ट्रंप और दुनिया के अन्य नेताओं के अन्य साथी उत्तरी जर्मन शहर में कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आए थे, लेकिन प्रदर्शन के कारण शामिल नहीं हो सके.इसलिए वे ट्रम्प को बुलाने गई थी.अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी नेता पुतिन की इतनी अच्छी कैमेस्ट्री थी, कि वे अपने निर्धारित समय के बाद भी बात बंद नहीं करना चाहते थे. बता दें कि दोनों के बीच की बैठक दो घंटे से अधिक समय तक चली थी.
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