नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल जी-7 समिट में विशेष अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उन्हें समिट के लिए न्योता भेजा था, जिसे सोमवार को स्वीकार कर लिया गया। जी-7 समिट इस साल 24 से 26 अगस्त के बीच फ्रांस के बिआरिट्ज में रखी गई है।
SCO समिट को लेकर बोला चीन, कहा- किसी देश को निशाना बनाना नहीं इस बैठक का लक्ष्य
जल्द ही सामने आएगी जानकारी
जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने सोमवार को कहा कि मैक्रों की यह पहल दोनों नेताओं के बीच की केमिस्ट्री को दिखाती है। यह हमारी गहरी कूटनीतिक साझेदारी का प्रमाण है। साथ ही यह दुनिया में भारत का प्रमुख आर्थिक शक्ति के तौर पर स्वीकृत होना भी दिखाता है। जल्द ही इस समिट की बाकी जानकारी भी साझा की जाएगी।
युवराज के सन्यास पर भावुक हुईं नेहा, कहा-हमेशा मेरे हीरो हो और रहोगे
कई अन्य मुद्दों पर भी मिलेगी मंजूरी
इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस का न्योता स्वीकार करने पर फ्रांस के उप विदेश मंत्री ज्यां-बैप्तिस्त लेमोयन ने कहा कि जी-7 में भारत के आने से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूती मिलेगी। लेमोयन इस वक्त भारत दौरे पर हैं। मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद वे पहले यूरोपीय नेताओं में हैं जो भारत आए हैं। इससे पहले विदेशी नेताओं में बिम्सटेक देशों के राष्ट्राध्यक्ष मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे। पिछले हफ्ते अमेरिका के राजनीतिक-सैन्य मामलों के उप मंत्री क्लार्क कूपर भी भारत आए थे।
हावड़ा में एक और भाजपा कार्यकर्ता की हत्या, पार्टी का दावा - जय श्री राम कहने पर मार डाला
थमने का नाम नहीं ले रहा है प. बंगाल में जारी राजनीतिक हिंसा का दौर
अमेरिका में ऋषि कपूर से मिलने पहुंची अमिताभ की नातिन नव्या, सामने आई फोटो