जयपुर: लोकप्रिय गांधीवादी विचारक पद्मश्री डॉ। एस एन सुब्बाराव का आज प्रातः जयपुर में देहांत हो गया। गांधीवादी विचारों को स्थापित करने में सुब्बाराव की बहुत लोकप्रियता रही है। 92 वर्षीय सुब्बाराव को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना आदर्श मानते थे। वे बहुत वक़्त से अस्वस्थ थे। उनका जयपुर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था। वहीं पर उन्होंने आज प्रातः आखिरी सांस ली।
वही मंगलवार शाम को ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनका कुशलक्षेम पूछने के लिये एसएसएस हॉस्पिटल गये थे। मुख्यमंत्री गहलोत चिकित्सकों से निरंतर उनकी सेहत की जानकारी भी ले रहे थे। 1929 में बेंगलुरु में जन्मे डॉ। सुब्बाराव 13 वर्ष की आयु में ही भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ गये थे। गांधीवादी विचारों को स्थापित करने के लिए पहचाने जाने वाले डॉ। सुब्बाराव ने चंबल घाटी में खतरनाक डकैतों से सरेंडर करवाया था।
वही गांधी सेवा संघ की स्थापना कर हजारों व्यक्तियों को रोजगार दिया था। वे राष्ट्रीय सेवा योजना संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने नेशनल यूथ प्रोजेक्ट की भी स्थापना की थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत डॉ। सुब्बाराव को अपना आदर्श मानते थे। गहलोत डॉ। सुब्बाराव से निरंतर मार्गदर्शन लेते थे। बता दे कि बीते कुछ दिनों से सुब्बाराव बीमार चल रहे थे। बीते 5 दिन में मुख्यमंत्री गहलोत तीन बार सुब्बाराव से मिलने पहुंचे थे। गहलोत ने 21 अक्टूबर को प्राकृतिक चिकित्सालय पहुंचकर उनकी कुशलक्षेम पूछी थी।
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