गणेश चतुर्थी का पर्व इस बार 31 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में जब बप्पा घर में आते हैं तो घर-घर में मोदक बनने शुरू हो जाते हैं। अब इन दिनों गणेश चतुर्थी पर गणपति बप्पा के स्वागत के लिए एक बार फिर से हर कोई तैयारियां कर रहा है। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि गणपति जी को सिर्फ मोदक ही भोग क्यों लगाएं जाते हैं? आज हम आपको बताते हैं इसकी कथा के बारे में।
कहा जाता है कि भगवान गणेश को मोदक अच्छा लगने की पीछे का कारण है उनका दांत टूटना। जी दरअसल दांत टूटने की वजह से उन्हें कठोर चीजें खाने में बहुत परेशानी होती थी। वहीं मोदक बहुत मुलायम होते हैं और उन्हें खाना बहुत आसान होता है इसलिए गणपति बप्पा मोदक को बहुत पसंद करते हैं। जी दरअसल यही कारण है कि गणेश भगवान को मोदक को भोग लगाया जाता है।
वैसे गणेश भगवान मोदक को बहुत पसंद करते थे और इसके पीछे की एक और कहानी है। ऐसा कहा जाता है कि एक बार भगवान शिव सो रहे थे और गणेश जी उनकी रखवाली कर रहे थे। इसी दौरान परशुराम वहां पहुंच गए लेकिन गणेश जी ने उन्हें रोक दिया। ऐसे में परशुराम क्रोधित हुए और इसी बातचीत के दौरान गणेश भगवान का दांत टूट गया। दांत टूटने की वजह से गणेश जी को खाने में दिक्कत होने लगी। इस वजह से उनके लिए मोदक तैयार किए गए और वह उन्हें पसंद आने लगे।
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