प्रभु श्री गणेश को सुख, समृद्धि तथा वैभव का प्रतीक कहा जाता है। घर में प्रभु श्री गणेश की प्रतिमा रखने से किसी तरह का क्लेश उत्पन्न नहीं होता तथा घर सदा खुशियों से भरा रहता है। वास्तु के मुताबिक, घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करने से पहले कई प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए।
दिशा का रखें ध्यान:-
गणेश जी को घर के उत्तर पूर्वी कोने में स्थापित करना सबसे उत्तम होता है। घर का उत्तर पूर्वी कोना पूजा-पाठ के लिए ठीक रहता है। आप गणेश जी को घर के पूर्व या फिर पश्चिम दिशा में भी रख सकते हैं। प्रतिमा रखते वक़्त ध्यान दें कि प्रभु श्री गणेश के दोनों पैर जमीन को स्पर्श कर रहे हों। इससे कामयाबी आपके कदम चूमेगी। प्रभु श्री गणेश को कभी भी घर के दक्षिण में नहीं रखना चाहिए। घर में जिस ओर भी पूजा घर हो वहां टॉयलेट या कोई भी गंदगी नहीं होनी चाहिए।
बैठे गणेश जी ना हों:-
यदि आप अपने दफ्तर या काम करने के स्थान पर गणेश जी की प्रतिमा रखना चाहते हैं, तो हमेशा ध्यान रहे कि ये प्रभु श्री गणेश की बैठी हुई मुद्रा में ना हों। बैठे हुए गणेश जी की सही स्थान आपके घर में है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है। गाय के गोबर से बने गणेश जी बहुत शुभ माने जाते हैं। इन्हें घर में रखने से घर में दुख कभी नहीं आता।
गणेश जी की सूंड का रखें ध्यान:-
अपने घर में हमेशा वही गणपति लाएं जिनकी सूंड बायीं ओर झुकी हुई हो। अपने पूजा घर में गणेश जी की सिर्फ एक ही प्रतिमा रखें। दो या उससे अधिक गणेश जी रखने पर उनकी पत्नी रिद्धि-सिद्धि खफा होती हैं।
RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान, कहा- "हर भारतीय है 'हिंदू' और मुसलमानों को यहां...."
दलित महिला ने ईसाई धर्म नहीं किया स्वीकार, तो दरिंदों ने बेटी के साथ किया बलात्कार
आक्रोशित भीड़ ने 'पादरी' को थाने में घुसकर पीटा, जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर गुस्से में थे लोग