गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का आगमन होता है और बप्पा के आगमन के दौरान व्रत रखने की भी परंपरा है. वहीं अगर आप भी गणेश चतुर्थी के दिन व्रत रखते हैं तो आपको कुछ बातें जरूर ध्यान रखनी चाहिए. हम आपको नीचे व्रत से संबंधित कुछ ऐसी विशेष बातें बताने जा रहे हैं, जिससे कि आपको व्रत के दौरान कई अन्य तरह की परेशानियों से नहीं गुजरना पड़ेगा.
सेंधा नमक से बनाए दूरी...
व्रत के दौरान सेंधा नमक का प्रमुखता से उपयोग किया जाता है. वहीं अगर किसी को क्रानिक किडनी डिजीज है तो फिर ऐसे लोगों को व्रत के दौरान सेंधा नमक से दूर ही रहना चाहिए. इसमें शामिल पोटेशियम आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
साबूदाना और कुट्टू का आटा....
व्रत में खाने के लिए साबूदाने की खिचड़ी, कुट्टू का आटा, सिघाड़े या राजगीरे के आटे की रोटी या पराठा बेस्ट होगा. वहीं ऐसे फल जो व्रत में खाए जा सकते हैं, उनका भी आप सेवन कर सकते हैं. हालांकि कोई भी आहार अधिक मात्रा में आपको नहीं लेना है.
गणेश चतुर्थी व्रत के दौरान इन चीजों से करें परहेज...
व्रत में कई चीजों से परहेज करना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा. गणेश चतुर्थी के व्रत में तली हुई चीजें जैसे कि पूड़ी, पकौड़ी, तली हुई मूंगफली, चिप्स पापड़ आदि जितना हो सके कम से कम खाए. जबकि अधिक मात्रा में चाय या कॉफी का भी सेवन न करें. वहीं व्रत में तुलसी का सेवन भी वर्जित माना जाता है. भूलकर भी तुलसी इस दिन न खाएं.
डायबिटीज रोगियों के लिए क्या ख़ास ?
डायबिटीज की समस्या का सामना कर रहे लोगों को गणेश चतुर्थी के व्रत में कम से कम तली हुई वस्तुओं का सेवन करना चाहिए. वहीं मधुमेह रोगी थोड़ी-थोड़ी देर में फल, कुछ ड्राईफ्रूट्स व भुनें हुए मखाने लें सकते हैं. साथ ही समय-समय पर पानी आपको पीते रहना है.
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