वाराणसी : गंगा नदी का रौद्र रूप थपने का नाम नहीं ले रहा है। बारिश की वजह से आई गंगा की बाढ़ के कारण लोग परेशानी का सामना कर रहे है। कई गांवोें में पानी घुस गया है तथा फंसे लोगों को बचाने के उपाय करने का सिलसिला जारी है। गंगा के अलावा वरूणा नदी भी खतरे के निशान से उपर बह रही है। गंगा नदी में आई बाढ़ का असर न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि कई गाॅंवों में भी हो रहा है। वाराणसी में नदी किनारे सभी घाट जलमग्न हो गये है तथा शहर की काॅलोनियों में भी जल जमाव की स्थिति निर्मित हो गई है। तेज बारिश और बाढ़ आने के कारण आस-पास के कई शहरों के सड़क संपर्क टूट गये है। गंगा नदी में तेज बहाव है तथा पुलों के उपर से पानी बह रहा है।
गाॅंव कराये खाली
कई गाॅंवों में बाढ़ का पानी घुसने के कारण तबाही मची हुई है। राहत कार्य में जुटे दलों के सदस्यों को भी परेशानी हो रही है। बाढ़ से प्रभावित गाॅंवों को खाली कराया जा रहा है तथा पीडित लोगों के लिये खाने-पीने की सामग्री का इंतजाम किया गया है। मंगलवार को भी अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इसके अलावा प्रशासन की ओर से कई स्थानों पर राहत शिविर लगाये गये है।
खाने-पीने के लिये तरसे लोग
वाराणसी की कई काॅलोनियां और बस्तियां बाढ़ की चपेट में है। स्कूल काॅलेज बंद है वहीं बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोगों का सामान्य जन जीवन प्रभावित हो गया है तथा लोग खाने-पीने के लिये तरस रहे है। हालांकि प्रशासन की ओर से राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है, परंतु शिविरों में इतनी भीड़ है कि बंदोबस्त नाकाफी सिद्ध हो रहे है। जिन स्थानों पर अंतिम संस्कार होता है, वे भी बाढ़ की चपेट में आ गये है। इसके चलते गलियों और घरों की छतों पर मृतकों का अंतिम संस्कार करने के लिये लोग मजबूर है।
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