श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा के हाजिन क्षेत्र में, आतंकियों और सुरक्षाबल की मुठभेड़ में वायुसेना के दो गरूड़ कमांडो शहीद हो गए हैं। इन कमांडोज़ के शवों को सैन्य सम्मान के साथ, चंडीगढ़ पहुंचाया गया, जहां दोनों ही जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। शहीद जवानों में सार्जंट मिलिंद किशोर, व कारपोरल नीलेश कुमार शामिल हैं। पहली बार ऐसा हुआ है कि जब, जम्मू कश्मीर में गरूड़ कमांडोज़ शहीद हुए हों।
जानकारी के अनुसार गरूड़ कमांडोज़ का प्रशिक्षण नौसेना के मार्कोस व थल सेना के पैरा कमांडोज़ की तरह होता है। ये एयरबार्न आपरेशन, एयरफील्ड सीजर और काउंटर टेररिज़्म को लेकर प्रशिक्षित किए जाते हैं। गौरतलब है कि, वायुसेना के कमांडो दस्ते के गरूड कमांडोज़ कश्मीर में थलसेना की विभिन्न टुकड़ियों के साथ आतंकरोधी अभियान को लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। गरूड़ कमांडोज़ की पार्थिव देह जब चंडीगढ़ पहुंची तो, वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो आईं और, उन्होंने दोनों ही कमांडोज़ को श्रद्धांजलि दी।
उल्लेखनीय है कि, पाकिस्तान की ओर से आने वाले आतंकी भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ को अंजाम दे रहे हैं। आतंकियों को रोकने के लिए भारतीय सुरक्षा बल पेट्रोलिंग करते हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह एक कार्यक्रम में कह चुके हैं कि जम्मू - कश्मीर में प्रति दिन पांच से छह आतंकवादी सुरक्षा बलों के हाथों मारे जा रहे हैं। सेना,अर्धसैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अनवरत प्रयासों के चलते जम्मू.कश्मीर में हर दिन पांच- छह आतंकवादी मारे जा रहे हैं। मैं उनकी तारीफ करता हूं। इस बयान के बीच गरूड़ कमांडोज़ के शहीद होने की जानकारी सामने आई है।
सुरक्षाबल व आतंकियों की मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, 2 जवान शहीद
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