नई दिल्ली: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार राजधानी में नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर विवादों के घेरे में है। दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने नई पॉलिसी को लेकर CBI जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके बाद दिल्ली की सियासी पारा चढ़ गया है। पूर्वी दिल्ली से भाजपा सासंद गौतम गंभीर ने इस मामले में एंट्री मारी है। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। गंभीर ने कहा कि भगत सिंह पर सियासत करने वाले बहुत बेशर्म हैं। गंभीर ने कहा कि यह आम आदमी की सरकार नहीं, 'ठेके वालों' की सरकार है।
उन्होंने आगे कहा कि, एक मंत्री जेल में है, दूसरा जेल जाने की तैयारी में है और तीसरा सिंगारपुर जाना चाहता है और खालिस्तानी लोगों की एंट्री करवाना चाहता है। इस बयान में गंभीर के निशाने पर सत्येंद्र जैन, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सीएम केजरीवाल थे। गौतम गंभीर ने कहा कि केजरीवाल सरकार कोरोना महामारी में भी पैसे कमाने के पीछे पड़ी थी। जब देश को इंसानियत की आवश्यकता थी, उस समय आम आदमी पार्टी पैसे कमा रही थी। गंभीर ने कहा कि कोरोना के वक़्त ठेकों के बाहर लंबी कतारें लगाई गई थीं, इस सरकार ने शराब माफियाओं को लाभ पहुंचाया है।
भाजपा सांसद ने कहा कि केजरीवाल खालिस्तानियों की एंट्री कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इनके दिल्ली मॉडल पर हमेशा सवाल खड़े होंगे। इस सरकार ने न कोई नई ईमारत बनवाई, नया फ्लाईओवर नहीं बनवाया, नया स्कूल और नया कॉलेज नहीं बनवाया गया, नई जन रसोई नहीं बनवाई।
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