वॉशिंगटन: विदेश जगत से प्राप्त हो रहे समाचार के मुताबिक टेलीकॉम सेक्टर की रूसी कंपनी पर रिश्वत देने का मामला दर्ज किया गया है. बता दे कि टेलीकॉम सेक्टर की यह रूसी कंपनी जिसका नाम विंपेलकॉम है उस पर उज्बेकिस्तान में सर्विस शुरू करने का लाइसेंस हासिल करने के लिए वहां के राष्ट्रपति के एक रिश्तेदार को भारी-भरकम रिश्वत देने का आरोप है.
जिसके बाद इस मामले को निपटाने के लिए यह कंपनी 83.5 करोड डॉलर (करीब 5,700 करोड रुपए) का भुगतान करने पर राजी हो गई है। विंपेलकॉम पर आरोप अमरीका और नीदरलैंड की तरफ से लगाए गए हैं। अरबपति मिखाइल फ्रीडमैन की इस मोबाइल फोन सर्विस कंपनी पर विदेशों में भ्रष्टाचार के लिए अमरीकी कानून एफसीपीए के तहत कानूनी कार्रवाई की गई थी.
पता चला है कि अरबपति मिखाइल फ्रीडमैन ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति इस्लाम करिमोव के एक रिश्तेदार को 2006 से 2012 के बीच मोबाइल सेवा लाइसेंस और स्पेक्ट्रम हासिल करने के लिए कुल 11.4 करोड़ डॉलर (करीब 750 करोड रुपए) की रिश्वत दी थी। ताकि इसके द्वारा अरबपति मिखाइल फ्रीडमैन उज्बेकिस्तान में सर्विस को शुरू करने के लिए लाइसेंस हासिल कर सके.