पटना: बिहार के गया जिले में चर्चित सोनडीहा सामूहिक दुष्कर्म मामले में बुधवार को अदालत ने 9 दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है. दोषियों पर गया व्यवहार न्यायालय ने आर्थिक दंड भी लगाया है. घटना लगभग तीन वर्ष पूर्व 12 जून 2018 को हुई थी. दरअसल, 12 जून 2018 को गर्मी की दोपहर में डॉक्टर पति-पत्नी और नाबालिग बेटी बाइक से गया अपने क्लीनिक से घर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान पहले से घात लगाए अपराधियों ने डॉक्टर को पकड़कर पेड़ में रस्सी से बांध दिया और पत्नी और बेटी को सुनसान जगह में ले जाकर डॉक्टर के सामने पत्नी और बेटी के साथ गैंगरेप किया. जहां ये घटना हुई थी वो सोनडीहा क्षेत्र का इलाका था. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था.
उस काले दिन को याद कर आज भी पीड़ित परिवार सिहर उठता है. लेकिन परिवार ने हार नहीं मानी और इस घिनौनी करतूत को अंजाम देने वालों को सजा दिलाने के लिए तक़रीबन तीन साल तक कानूनी जंग लड़ते रहे. घटना के बाद स्थानीय कोंच थाना ने इस मामले की जांच आरम्भ की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए कोंच थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष रहे राजीव रंजन सिंह और SSB के जवानों ने अन्य थानों की पुलिस की सहायता से घटना वाले दिन ही गांव में तलाशी अभियान चलाया. इस अभियान के बाद शिवम, गौरव नाम के दो युवकों सहित लगभग डेढ़ दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया था. घटना के अगले दिन सुबह को मंगरौर गांव से दीपक कुमार और कोंच से एक युवक को पुलिस ने अरेस्ट किया था.
गया व्यवहार न्यायालय में सोनडीहा सामूहिक बलात्कार मामले में शामिल सभी दोषियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई. इस मामले के वकील सुनील कुमार ने बताया कि बलात्कारियों को फांसी की सजा दिलाए जाने के लिए उन्होंने पूरी कोशिश की, लेकिन आरोपियों को अदालत से उम्र कैद की सजा मिली.
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