तेहरान: ईरान की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच असगर अली रईसी ने कहा है कि अमेरिका की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों के कारण उनके देश में इंटरनेशनल स्टेडियम नहीं बन पा रहा है, इसलिए वह चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इसमें सहायता करे। उन्होंने BCCI से ईरानी क्रिकेटरों को ट्रेंड करने में सहायता मांगी थी। इसके साथ ही रईसी ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी को देखकर वह क्रिकेटरों को ट्रेंड करते हैं।
मीडिया से बात करते हुए असगर अली रईसी ने कहा कि, 'हम चाहते हैं कि BCCI आए और हमारे खिलाड़ियों और अंपायरों को प्रशिक्षण दें। हमारे खिलाड़ियों को भारत बुलाकर भी ट्रेंड करे। इस प्रकार के काम होंगे, तो हमारे खिलाड़ी बेहतर क्रिकेट खेल सकेंगे।' उन्होंने कहा है कि, 'चाबहार में क्रिकेट स्टेडियम न मिलने के पीछे कारण ईरान पर लगे प्रतिबंध हैं। यहाँ की सरकार की स्थिति भी ऐसी है कि हम इसे नहीं बना पा रहे। कोई दूसरा निवेशक यहाँ आए और पैसा लगाए, ताकि यहाँ स्टेडियम बन सके। यहाँ केवल क्रिकेट ही नहीं बल्कि फुटबॉल स्टेडियम, स्वीमिंग पूल, इंडोर गेम्स की भी जगह है।'
रईसी ने यह भी कहा है कि, 'हम अपनी अंडर-16 की टीम लेकर भारत भी गए थे। हमने वहाँ पंचकुला में मुकाबले खेले हैं। भारत में IPL होने से युवा क्रिकेटर सामने आ रहे हैं। हम भी ऐसा ही चाहते हैं। जब बाहर की टीमें आएँगी और क्रिकेट खेलेंगी, तो यहाँ के क्रिकेटरों का खेल भी बेहतर हो जाएगा। यहाँ अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के बहुत से लोग रहते हैं। इसलिए यह जगह क्रिकेट के लिए बहुत शानदार है। इसलिए अगर कोई यहाँ आकर इस स्टेडियम को बना देगा, तो यह काफी अच्छा होगा।'
भारत के अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को लेकर असगर अली रईसी ने कहा कि, 'मुझे इस समय युवा क्रिकेटरों में यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ बहुत पसंद हैं। लीजेंड क्रिकेटर में एमएस धोनी फेवरेट हैं। उन्हें देख-देखकर हमने सीखा है कि किस तरह खिलाड़ियों को ट्रेंड करना है और उन्हें किस प्रकार की क्रिकेट के लिए तैयार करना है। हमने एमएस धोनी से काफी कुछ सीखा है। धोनी के अलावा विराट कोहली ईरानी क्रिकेटरों के बीच मे काफी लोकप्रिय हैं। ईरानी क्रिकेटर धोनी, कोहली सहित भारत के अन्य युवा खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते हैं।'
बता दें कि ईरान ने वर्ष 1992 में चाबहार मुक्त व्यापार-औद्योगिक क्षेत्र की नींव रखी थी। इसके साथ ही चाबहार में खेल गाँव बनाने के लिए 40 हेक्टेयर भूमि दी गई थी। इसमें से 10 हेक्टेयर जमीन क्रिकेट स्टेडियम के लिए स्वीकृत की गई थी। स्टेडियम बनने के बाद 4000 दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी। हालाँकि अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण ईरान स्टेडियम बनाने की स्थिति में नहीं है।
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